भारतीय टीम में इन दोनों की जोड़ी को 'कुलचा' नाम से जाना जाता है, जानिए कौन हैं ये
इन दोनों की जोड़ी को कुलचा के नाम से जाना जाता है।
नेपियर, प्रेट्र। न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर में खेले गए पहले वनडे चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने चार, तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी ने तीन और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने दो विकेट लिए। इसके बाद ओपनर शिखर धवन (नाबाद 75) ने शानदार अर्धशतक ठोककर भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में बुधवार को आठ विकेट से एकतरफा जीत दिला दी। भारत ने इस जीत के साथ पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। ऑस्ट्रेलिया में कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल तीनों मैचों में से किसी में भी साथ नहीं खेले थे। कुलदीप ने पहले दो वनडे खेले और चहल ने आखिरी और तीसरा वनडे खेला था।
चहल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे निर्णायक मैच में छह विकेट लिए थे। नेपियर में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को एक साथ खेलने का मौका मिला। चहल ने खतरनाक रॉस टेलर को शुरुआती स्पैल में आउट किया और इसके बाद टॉम लॉथम को भी आउट किया। कुलदीप ने इस मैच में 39 रन देकर चार खिलाडि़यों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। इस साल कलाइयों के ये दोनों जादूगर पहली बार साथ खेले। मैच जीतने के बाद एक बार फिर युजवेंद्रा टीवी के साथ वापस आए। इस बार टीवी के मेहमान कुलदीप बने। इस चैट शो में दोनों खिलाडि़यों ने काफी मस्ती की। कुलदीप ने शो के दौरान बताया कि हम दोनों की सोच भी लगभग एक जैसी है और मैच के दौरान हम दोनों बातें भी खूब करते हैं।
इस बातचीत के दौरान चहल ने यह भी बताया कि टीम इंडिया में इन दोनों की जोड़ी को कुलचा नाम दिया गया है। कुलचा यानि (कुल= कुलदीप+ चा=चहल)। कुलदीप ने कहा कि चहल के साथ गेंदबाजी करना खास होता है। जब आप साथ खेलते हैं तो बहुत अच्छा लगता है। हम एक दूसरे को बेहतर जानते हैं। हम दोनों एक दूसरे के पूरक की तरह गेंदबाजी करते हैं। हम दोनों ने दक्षिण अफ्रीका में साथ खेलते हुए काफी विकेट लिए थे। इसके बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया में भी विकेट लिए और अब न्यूजीलैंड में भी अच्छी शुरुआत हुई है। हम एक दूसरे की गेंदबाजी को काफी समझते हैं। हर बार हम एक साथ गेंदबाजी नहीं करते हैं। कई बार एक जल्दी गेंदबाजी करता है और दूसरा देर से आता है। हालांकि हम आपस में बात करते रहते हैं कि पिच किस तरह की है और बल्लेबाज कैसा खेल रहा है। कुलदीप ने कहा कि मैक्लीन का विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था। यहां काफी अधिक घुमाव नहीं मिल रहा था। गेंद स्किट कर रही थी और बल्ले पर अच्छे से आ रही थी। ऐसे में हमने अच्छी जगह पर गेंद की।