8 साल की उम्र से गेंद पर लार लगा रहे हैं, इतनी जल्दी कैसे छूटेगी आदत- ब्रेट ली
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट लीग ने आईसीसी के गेंद को चमकाने के लिए लार के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने पर शक जताया है। उन्होंने कहा यह आदत इतनी जल्दी नहीं ठीक होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में हंगामा मचा हुआ है। इस महामारी के मरने वालों की संख्या अब तक बढ़ रही है। भारत में भी इससे संक्रमितों की संख्या सवा लाख को पार कर चुकी है। इस संक्रमण पर नियंत्रण करने के लिए आईसीसी ने गेंद पर लार लगाने पर पाबंदी लगाने का विचार किया है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने आईसीसी क्रिकेट कमेटी की सिफारिश का स्वागत किया साथ ही उनका यह भी कहना था कि इसे लागू करना मुश्किल होगा। स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड पर ब्रेट ली ने कहा की जब से एक गेंदबाज खेलने शूरू करता है गेंद पर लार लगाकर उसे चमकाने की आदत सी बन जाती है।
उन्होंने कहा, "जब आपने अपने जीवन में 8,9 10 साल की उम्र के कुछ ऐसा किया हो कि अंगुली को चाटकर इसे गेंद पर लगाया हो। ऐसे में बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाता है कि आपको रातों रात इस आदत को छोड़ने के लिए कहा जाए।"
आगे ब्रेट लीग का कहना था कि गेंदबाज लार का प्रयोग आदत के मुताबिक कर ही लेंगे। ऐसे में आईसीसी को ऐसे खिलाड़ियों या फिर गेंदबाज को चेतावनी देकर छोड़ना होगा। उन्होंने कहा, "मुझे तो लगता है कि की मौकों पर ऐसा जरूर होने वाला है या आईसीसी द्वारा सिर्फ चेतावनी देकर उदारता दिखाई जाए। यह एक अच्छी पहल है। मुझे तो लगता है इसको लागू करना काफी मुश्किल होने वाला है क्योंकि गेंदबाजों ने पूरी जिंदगी ऐसा ही किया है।"
अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने सोमवार को ही कोरोना संक्रमण के खतरे पर चर्चा की। बैठक में गेंद पर लार लगाकर इसे चमकाने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया गया। अब क्रिकेट कमेटी की सिफारिश को ICC Chief Executives’ Committee से सामने रखा जाएगा। जुलाई में इसके पास होने की उम्मीद की जा रही है।