अजिंक्य रहाणे ने बताया न्यूजीलैंड के खिलाफ क्या होनी चाहिए भारतीय टीम की रणनीति
India vs New Zealand Test Series भारतीय टीम इसी महीने न्यूजीलैंड के दौरे पर जाएगी लेकिन फरवरी और मार्च में होने वाली टेस्ट सीरीज काफी रोमांचक होने वाली है।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। अजिंक्य रहाणे का मानना है कि वेलिंगटन और क्राइस्टचर्च में चलने वाली हवाओं से निपटने की तैयारी करनी होगी। यहीं दोनों टेस्ट होने हैं। कीवी टीम के खिलाफ भारत का पहला टेस्ट मैच 21 फरवरी से 25 फरवरी के बीच खेला जाएगा, जबकि दूसरा मैच 29 फरवरी से 4 मार्च तक खेला जाएगा।
न्यूजीलैंड दौरे को लेकर अजिंक्य रहाणे ने कहा, "हमने वहां 2014 में भी खेला था। वहां धीरे-धीरे हवाएं चलती हैं। हालात के अनुरूप ढलना काफी अहम होगा। पिछले दौरे पर मैं वेलिंगटन में खेला था, लेकिन क्राइस्टचर्च में हम लंबे समय बाद खेलेंगे। वेगनर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आप सिर्फ एक नाम नहीं ले सकते। बल्लेबाजी इकाई के तौर पर आपको सभी का सम्मान करना होगा।"
न्यूजीलैंड की टीम होगी मजबूत- रहाणे
अजिंक्य रहाणे ने मेजबान टीम न्यूजीलैंड को मजबूत करार दिया है, क्योंकि टीम अपनी परिस्थितियों में खेलेगी। रहाणे ने कहा है, "कीवी टीम को हालात की बखूबी जानकारी होगी, लेकिन हमें अपना स्वाभाविक खेल दिखाना होगा। अलग-अलग तरह की गेंदबाजी से निपटने के अलग तरीके हैं। हर किसी का अपना तरीका है। कुछ खिलाड़ी क्रीज के बाहर रहना पसंद करते हैं और कुछ क्रीज के भीतर।" उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड में शरीर के पास खेलना काफी अहम होगा।
रहाणे ने कहा, "न्यूजीलैंड के सामने आपको बेसिक्स पर ध्यान देना होगा। तकनीक के बारे में ज्यादा नहीं सोच सकते। शरीर के एकदम करीब खेलना जरूरी है। रफ्तार और गति बिलकुल अलग तरह की होगी।" सीरीज से पहले रहाणे भारत-ए के लिए न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच खेलेंगे। इस बारे में उन्होंने कहा है कि भारत-ए का दौरा भी साथ में रखना अच्छा है। इससे तैयारी पुख्ता होगी।
भारतीय टेस्ट टीम के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने साल 2014 की हार को भी याद किया और कहा, "2014 में न्यूजीलैंड से हारने वाली भारत की टीम काफी युवा थी, लेकिन तब से अब तक काफी कुछ बदल गया है। उस समय न्यूजीलैंड में पहली बार युवा टीम गई थी। हमने उस सीरीज से काफी कुछ सीखा और नंबर वन बनने के हमारे सफर की शुरुआत हुई। हम उस समय टेस्ट रैंकिंग में छठे और सातवें स्थान पर थे।"