3D विजय शंकर भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी को लेकर नहीं हैं बेताब, फिलहाल हैं टीम से बाहर
3D Vijay Shankar is not desperate to return to Indian cricket team विजय शंकर वनडे विश्व कप 2019 में भारत के लिए सिर्फ 3 मैच ही खेल पाए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। Vijay Shankar is not desperate to return to Indian cricket team: बात ज्यादा पहले की नहीं है जब विजय शंकर भारतीय क्रिकेटर के तौर पर चयनकर्ता से लेकर पूरी टीम मैनेजमेंट के चहेते बन गए थे। कमाल की बात ये थी की सिर्फ कुछ मैचों का अनुभव होने के बाद भी उन्हें कई सीनियर और अनुभवी खिलाड़ियों पर तरजीह देते हुए इंग्लैंड में पिछले साल खेले गए वनडे विश्व कप के लिए भारतीय टीम में भी चुना गया था। विजय शंकर को 3 डी खिलाड़ी की उपाधी दी गई क्योंकि वो बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों ही विभाग में टीम के लिए कारगर साबित हो सकते थे, लेकिन उनसे जितनी बड़ी अपेक्षा की गई थी वो उस पर खड़े नहीं उतरे।
अपनी थ्री डी स्किल की वजह से वनडे विश्व कप 2019 टीम में चुने गए विजय शंकर इस टूर्नामेंट में सिर्फ तीन मैच खेलने के बाद ही अंगूठे में चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में खेला गया मुकाबला उनके लिए भारत की तरफ से खेला गया आखिरी मैच था। विश्व कप के ठीक बाद वो फिर से चोटिल हो गए और टीम में वापसी का उनका इंतजार और बढ़ गया, लेकिन इन सबके बावजूद विजय शंकर टीम में वापसी को लेकर ज्यादा जल्दबाजी में नहीं हैं।
विजय शंकर ने स्पोर्ट्स स्टार से बात करते हुए कहा कि आम तौर पर मैं ये नहीं सोचता हूं कि मैं कहां हूं और मुझे भारतीय टीम में वापसी के लिए क्या करना चाहिए। पिछले साल भी मैंने ये कभी नहीं सोचा था कि विश्व कप टीम में मुझे जगह मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि मेरी जो बेसिक सोच है वो ये है कि मैं जहां भी खेलूं मुझे अपनी टीम को मैच में जीत दिलाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर में ऐसा करने में कामयाब रहता हूं तो मुझे पूरा यकीन है कि मैं फिर से अपने देश के लिए खेल पाउंगा।
कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन है और घर में अपनी प्रैक्टिस को लेकर विजय शंकर ने कहा कि मैं अपने घर में ही अपनी बेसिक किट की मदद से ट्रेनिंग कर रहा हूं जो मेरे पास है। मैं शैडो प्रैक्टिस कर रहा हूं और इससे ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकता। मेरे पास प्रैक्टिस करने की सुविधा है, लेकिन इस वक्त मैं ऐसा नहीं कर सकता। कोई आकर मेरी मदद करे इसके लिए उस शख्स को यात्रा करनी पड़ेगी और मैं किसी को बुलाना नहीं चाहता क्योंकि इससे सोशल डिस्टेंसिंग रूल का उल्लंघन होगा। जब तक सरकार की तरफ से इस महामारी के खत्म होने की आधिकारिक घोषणा नहीं की जाती तब तक मैं किसी को नहीं बुलाउंगा।