छत्तीसगढ़ में पानी की हर बूंद का किया जाएगा उपयोगः रमन सिंह
सीएम डॉ. रमन सिंह ने पीएम मोदी द्वारा घोषित कृषि सिंचाई योजना से छत्तीसगढ़ में निश्चित रूप से हरित क्रांति के साथ गांव, गरीब और किसानों के जीवन में बदलाव की घोषणा की।
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित कृषि सिंचाई योजना से छत्तीसगढ़ में निश्चित रूप से हरित क्रांति के साथ गांव, गरीब और किसानों के जीवन में और भी अधिक खुशहाली आएगी। पानी की हर बूंद का उपयोग किया जाएगा। डॉ. सिंह ने गुरुवार को मंत्रालय में इस योजना का प्रस्तुतिकरण देखकर यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस योजना में सिंचाई संसाधनों के विकास के लिए मनरेगा की राशि का भी उपयोग किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए नहर प्रणाली तैयार की जाए। सिंचाई का पानी व्यर्थ नहीं जाए। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि राज्य सिंचाई योजना में सभी जिलों के लिए दीर्घकालीन जिला सिंचाई योजनाएं तैयार की गई है। जिलों की सिंचाई कार्ययोजना तैयार करने में जिले में उपलब्ध सतही जल, भूमिगत जल, सिंचाई और पेयजल के लिए पानी की आवश्यकता को भी ध्यान में रखा गया है। पुराने जलाशयों और नहरों की मरम्मत, पुनरूद्घार, नए जलाशयों और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण आदि के कार्य किए जाएंगे। यह प्रयास होगा कि हर खेत तक पानी पहुंचे और पानी की हर बूंद का सदुपयोग हो सके। पानी के किफायती उपयोग के लिए ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी आधुनिक तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग किया जाएगा। राज्य व जिला स्तरीय समिति बनेगी योजना में शहरी क्षेत्रों में गंदे पानी के उपचार और उपयोग की योजना भी तैयार की जानी है। योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय स्वीकृति समिति, कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय कार्यकारी समूह और कलेक्टरों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समितियों का गठन किया जाएगा। क्षेत्र की आवश्यकतानुसार लघु और मध्यम सिंचाई योजनाओं का निर्माण किया जाना है। बैठक में कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव विवेक ढांड, अपर मुख्य सचिव अजय सिंह व एमके राउत, प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, आरपी मंडल, सचिव जीएस मिश्रा व डॉ. बीएल तिवारी भी मौजूद थे।