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जय छत्तीसग़ढ पार्टी सक्रिय, नेताम ने संभाली कमान

एक बार फिर जय छत्तीसग़ढ पार्टी प्रदेश में सक्रिय हुई है। इसकी कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम को सौंपी गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 30 Jan 2017 03:47 AM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2017 04:08 AM (IST)
जय छत्तीसग़ढ पार्टी सक्रिय, नेताम ने संभाली कमान

रायपुर, ब्यूरो। स्थानीय मुद्दा बनाकर एक बार फिर जय छत्तीसग़ढ पार्टी प्रदेश में सक्रिय हुई है। पार्टी को नए सिरे से रविवार को राजधानी रायपुर में लांच किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर इसकी कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम को सौंपी गई है।

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भाजपा से निष्कासित बागी नेता सोहन पोटाई को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूचना भेज दी गई है। इसमें राष्ट्रीय महासचिव किसान नेता ललित चंद्रनाहू, टिकाराम साहू, राष्ट्रीय सचिव विनोद नागवंशी, दिलीप चंद्राकर और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सीए विष्णु बघेल को बनाया गया है। आदिवासी के मुद्दे को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे कांग्रेस और भाजपा के उपेक्षित नेताओं को जय छत्तीसग़ढ पार्टी में लाने की तैयारी है। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले जय छत्तीसग़ढ के सक्रिय होने से नए सिरे से राजनीतिक समीकरण बनने की संभावना जताई जा रही है।
रायपुर प्रेस क्लब में जय छत्तीसग़ढ पार्टी को लांच किया गया। इस दौरान अरविंद नेताम और सोहन पोटाई ने दावा किया कि छत्तीसग़ढ में जनता एक नए विकल्प तलाश रही थी। जनता के पास बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं था, लेकिन जय छत्तीसग़ढ पार्टी जनता के स्वाभिमान की रक्षा करेगी।

सोहन पोटाई ने कहा कि छत्तीसग़ढ में मां-बहन बेटियों का अपमान हो रहा है। ये तब तक होगा, जब तक राज्य की कमान छत्तीसगढिय़ों के हाथों में नहीं होगी। प्रदेश की कमान अभी आउटसोर्सिंग वालों के हाथों में है। जब तक छत्तीसगढिय़ों के हाथों में प्रदेश की कमान नहीं आएगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव में जय छत्तीसग़ढ पार्टी ने 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन पार्टी कुछ खास नहीं कर पाई थी। इस बार यह दावा किया जा रहा है कि नेताम और पोटाई के नेतृृत्व में पार्टी चुनाव को चतुष्कोणीय मुकाबले में बदल देगी।
जोगी ने खारिज किया दावा, कहा-विलय हो गया है पार्टी का
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जय छत्तीसग़ढ पार्टी की लांचिंग को सिरे से खारिज कर दिया। पत्रकारों से चर्चा में जोगी ने कहा कि जय छत्तीसग़ढ पार्टी का उनकी पार्टी में विलय हो चुका है। उन्होंने कहा कि नेताम और पोटाई की नई पार्टी के बारे में उनको जानकारी नहीं है। छत्तीसग़ढ में दर्जनों क्षेत्रीय पार्टियां हैं और चुनाव से पहले कई और बनेंगी। उधर, जय छत्तीसग़ढ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष विष्णु बघेल ने अजीत जोगी के दावे को गलत बताया है। बघेल ने कहा कि जोगी कांग्रेस में जय छत्तीसग़ढ पार्टी का विलय नहीं हुआ है।


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