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Vanshika Pandey: वंशिका बनीं छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट, तमाम मुश्किलों से होकर हासिल किया ये मुकाम

Vanshika Pandey छत्तीसगढ़ की वंशिका पांडे भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाली अपने राज्य की पहली महिला है। वंशिका की दृढ़ इच्छा शक्ति और कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि सभी मुश्किलों को हराकर वह अपने लक्ष्य तक पहुंच सकी हैं।

By Aditi ChoudharyEdited By: Published: Wed, 03 Aug 2022 04:36 PM (IST)Updated: Wed, 03 Aug 2022 04:36 PM (IST)
Vanshika Pandey: वंशिका बनीं छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट, तमाम मुश्किलों से होकर हासिल किया ये मुकाम
माता-पिता के साथ छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट वंशिका पांडेय

रायपुर, जागरण डिजिटल डेस्क। आज जमाना भले ही काफी आगे बढ़ चुका है लेकिन समाज में ऐसे लोगों की अब भी कोई कमी नहीं है जो लड़कियों को लड़कों से कम आंकते हैं। समय-समय पर महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है। इस कड़ी में अब छत्तीसगढ़ की वंशिका पांडे का भी नाम जुड़ गया है जो अपने राज्य की पहली महिला लेफ्टिनेंट हैं।

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वंशिका की शुरुआती जिंदगी

वंशिका छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने राज्य की पहली महिला आर्मी लेफ्टिनेंट बनने का कीर्तिमान हासिल किया है। बचपन से ही पढ़ाई में तेज रहीं वंशिका ने कक्षा एक से नौ तक की पढ़ाई राजनांदगांव के बाल भारती पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद कक्षा 10 से 12वीं तक की शिक्षा उन्होंने युगांतर पब्लिक स्कूल से ली।

वशिंका ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए जबलपुर के ज्ञान गंगा इंजीनियरिंग काॅलेज में दाखिला लिया और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई में देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया। इतना ही नहीं, भोपाल के राजीव गांधी औद्योगिक यूनिवर्सिटी की मेरिट लिस्ट में भी वह पहले स्थान पर रहीं। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय में ही उन्होंने सेना में जाने की इच्छा जाहिर की और इसकी ट्रेनिंग लीं।

ऐसा रहा सफर

सशत्र सीमा बल एसएसबी की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद वशिंका चेन्नई चली गईं और वहां वह 11 महीनों तक कठिन प्रशिक्षणों में से होकर गुजरीं, तब जाकर उन्हें यह पद हासिल हुआ। वंशिका को बीते 30 जुलाई को चेन्नई स्थित प्रशिक्षण अकादमी की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट की पदवी से विभूषित किया गया।

शिखर पर पहुंचने के बाद वंशिका ने कही ये बात

अपना लक्ष्य हासिल करने के बाद वंशिका ने कहा, मैं बहुत ज्यादा खुश हूं क्योंकि मुझे अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। मैं अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को देना चाहती हूं जिन्होंने हमेशा मुझे अपना समर्थन दिया है।

मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई

वंशिका की इस उपलब्धि पर लोग उनके घर आकर व सोशल मीडिया पर उन्हें खूब बधाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ की पहली महिला लेफ्टिनेंट बनीं वंशिका को बधाई और शुभकामनाएं दी है।


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