कांग्रेस ने लगाया 750 करोड़ के घटिया बारदाने खरीदने का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रदेश सरकार पर 750 करोड़ के अमानक बारदाने खरीदने का आरोप लगाया है।
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रदेश सरकार पर 750 करोड़ के अमानक बारदाने खरीदने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का दावा है कि उन्होंने अपने जिले के पदाधिकारियों से इसकी जांच कराई है, कही भी उन्हें मापदंडों के अनुरूप बोरे नहीं मिले। प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की तैयारी कर ली है।
अध्यक्ष बघेल ने कांग्रेस भवन में आयोजित एक पत्रवार्ता में बताया की राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए कुल 16 कोड 25 लाख बारदाने खरीदे हैं । इनकी कुल कीमत 750 करोड़ है। मानक ब्यूरो के मापदंडों के मुताबिक प्रत्येक बारदाने का वजन 580 ग्राम होना चाहिए लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने अपने जिला पदाधिकारियों के माध्यम से जब अलग-अलग जिलों में चल रहे हैं धान खरीदी केंद्रों में पहुंच कर बारदाने की जांच कराई तो कहीं भी बारदाने का वजन मानक के मुताबिक नहीं मिला। पदाधिकारियों ने बकायदा ग्राम में धान खरीदी केंद्रों में बारदाने का पंचनामा कराया और धान खरीदी केंद्र के प्रभारी व धान तौलने वाले कर्मचारियों के हस्ताक्षर से इसकी पुष्टि भी कराई है ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह दस्तावेज भी मीडिया के सामने पेश किए ।बघेल ने कहा कि हर बारदाने में 100 से 150 ग्राम की कमी है। यह बारदाने धान की पैकिंग और मिलर्स तक परिवहन के बाद चावल एफसीआई गोदाम तक पहुंचाने के काम आते हैं। एफसीआई गोदामों में जब अमानक बोरों में आए चावल को रिजेक्ट किया गया तो सरकार की ओर से आदेश आया कि इन्हीं बोरों में धान या चावल स्वीकार किए जाएं। बघेल ने इसे घोटाला करार देते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि इस घोटाले में सरकार भी शामिल है । यही वजह है कि वह इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करने के लिए भिलाई स्थित कार्यालय में पूरे दस्तावेज और प्रमाण के साथ शिकायत दर्ज करेंगे ।
डी जी एस एन डी के माध्यम से हुई खरीद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोहम्मद अकबर ने बताया कि धान खरीदी के लिए इन बारदानों की खरीदी मार्कफेड ने डीजीएस एंड डी के माध्यम से की है । इसके बावजूद अमानक स्तर के बोरे सप्लाई किए गए ह।ैं इन बोरों को नियमानुसार सप्लाई करने वाली कंपनी को वापस भेज देना चाहिए लेकिन ऐसा करने के बजाए खाद्य विभाग ने इन्ही बोरो में धान या चावल जमा करने का निर्देश जारी किया है इस से साफ है की पूरा विभाग भी इस घोटाले में शामिल है
घट गए वजन बढ़ गई कीमत
मोहम्मद अकबर ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार एक बारदाने का वजन 626 ग्राम तय किया गया था। लागत कम करने के लिए इस साल इसका वजन इस बार 580 ग्राम तय किया गया लेकिन आज से जरा ढंग से कीमत 53.64 रूपए से बढ़ाकर 61.81 रुपए कर दिए यानी बारदाने की क्वॉलिटी में कब हुई और तहसील अफरीदी की कीमतों में 33% वृद्धि हुई।