Chhattisgarh: विधायक ईश्वर साहू ने पुत्र की हत्या को लेकर सदन में मांगा न्याय, विधानसभा में उठा बिरनपुर हिंसा का मामला
बिरनपुर गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। इसके बाद क्षेत्र सांप्रदायिक हिंसा की आग में जलने लगा था। मामले में पुलिस-प्रशासन और तात्कालीन कांग्रेस सरकार और साजा के तत्कालीन विधायक और मंत्री रविंद्र चौबे पर मुस्लिम समुदाय को संरक्षण देने का आरोप लगा। इसके बाद विधानसभा चुनाव आ गए। तब भाजपा ने भुनेश्वर साहू के पिता को साजा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया।
राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ के भाजपा विधायक ईश्वर साहू ने अपने पुत्र की हत्या को लेकर बुधवार को सदन में न्याय मांगा। जब वह अपनी बात कह रहे थे तब पूरा सदन उन्हें मौन रहकर सुन रहा था। पीड़ा बताते समय ईश्वर साहू का गला रुंध गया। उन्होंने कहा कि पुत्र की हत्या में 34 लोग जिम्मेदार हैं, पर पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। केवल 12 लोगों की गिरफ्तारियां की गईं।
उन्होंने सवाल किया- मैं भुनेश्वर साहू का पिता हूं, मुझे न्याय कब मिलेगा। उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मैं अभिभूत हूं कि ईश्वर साहू जैसे पराक्रमी पिता हमारे सामने इस सदन में उपस्थित हैं। मैं एक पिता के दुख को समझ सकता हूं। मैं मामले की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा करता हूं।
बता दें कि बीते वर्ष आठ अप्रैल को साजा विधानसभा के बिरनपुर गांव में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी थी। इसके बाद क्षेत्र सांप्रदायिक हिंसा की आग में जलने लगा था। इस मामले में पुलिस-प्रशासन और तात्कालीन कांग्रेस सरकार और साजा के तत्कालीन विधायक और मंत्री रविंद्र चौबे पर मुस्लिम समुदाय को संरक्षण देने का आरोप लगा। इसके बाद विधानसभा चुनाव आ गए। तब भाजपा ने भुनेश्वर साहू के पिता, जोकि श्रमिक का काम करते थे, उनको साजा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्षेत्र में सभा करके ईश्वर को जिताने की अपील की। बिरनपुर हिंसा को लेकर मतदाताओं में इतना आक्रोश था कि श्रमिक ईश्वर साहू को जिताने के लिए घर-घर से उन्हें चंदा दिया गया। अंतत: मतदाताओं ने आठ बार के विधायक रहे रविंद्र चौबे का सूपड़ा साफ कर ईश्वर साहू को अपना विधायक चुन लिया।