छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे दिन जमकर हंगामा: अजय चंद्राकर और डहरिया के बीच धक्का-मुक्की
आरक्षण पर विधेयक को लेकर हुए हंगामे के बीच अजय चंद्राकर और डहरिया में धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। इस हाथापाई के चलते सदन की कार्यवाही को पहले 10 मिनट के लिए रोका गया जिसको बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अभूतपूर्व स्थिति देखने को मिली। जब पक्ष-विपक्ष के सदस्य एक-दूसरे की ओर दौड़ पड़े। यह वाक्या सदन की कार्रवाई दस मिनट स्थगित करने के बाद कार्रवाई शुरू होते ही देखने को मिला। जब अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, अपने वक्तव्य के दौरान मंत्री शिव डहरिया और कांग्रेस विधायकों की टोका-टाकी पर नाराजगी जता रहे हैं। अजय और बृजमोहन सत्ता पक्ष की ओर लपके। यह देख अन्य विधायकों ने बीच-बचाव कर रोका।
आरक्षण विरोधी हैं भाजपा
मंत्री शिव डहरिया ने सदन में हुए हंगामे के बाद कहा कि भाजपा के लोग आरक्षण के घोर विरोधी हैं। पिछले डेढ़ घंटे से सदन को ये लोग जानबूझकर चलने नहीं दे रहे हैं। मंत्री ने बताया कि विवाद इस बात को लेकर है कि सरकार आरक्षण विधेयक ला रही है। भाजपा अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण न मिले यही भाजपा के लोग चाहते हैं। भाजपा का कभी प्रजातंत्र पर विश्वास नहीं रहा है।
धक्का-मुक्की एक शर्मनाक घटना
दूसरी ओर मंत्री अमरजीत भगत ने सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की को शर्मनाक घटना बताया। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा, सभी चाहते हैं कि विधेयक पारित हो। लेकिन उसे कोई रोकने की कोशिश करे तो चर्चा में गरमाहट आ जाती है। सदन में सत्ता पक्ष विधेयक को पारित करने और विपक्ष इसे रोकने का प्रयास कर रही है। भारतीय जनता पार्टी ने आपा खो दिया है। लेकिन सत्ता पक्ष चाहती है हर परिस्थिति में आरक्षण लागू हो। इसे लेकर सदन में चर्चा जारी है। लेकिन भाजपा का चेहरा इसमें बेनकाब हो रहा है। बीजेपी इसे रोकने का पूरा प्रयास कर रही है। यहां तक कि हाथापाई पर उतारू हो गई है। लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि सरकार इसे पारित करा कर रहेगी।