Amrit Bharat Station Scheme: दक्षिण पूर्व मध्य रेल के 49 स्टेशनों की बदलेगी तस्वीर, छत्तीसगढ़ को भी मिला तोहफा
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जोन में आने वाले 49 स्टेशनों को रेनोवेट किया जाएगा। इसमें से छत्तीसगढ़ के 30 स्टेशन शामिल हैं। स्टेशनों में कई और सुविधाएं भी दी जाएंगी। (फाइल फोटो)
रायपुर, एजेंसी। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) जोन के कम से कम 49 रेलवे स्टेशनों को रिनोवेट किया जाएग, जिसमें से छत्तीसगढ़ के 30 स्टेशन शामिल हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
1,275 रेलवे स्टेशनों को किया जाएगा रेनोवेशन
अधिकारी ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए मजबूत मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा और इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। रेलवे मंत्रालय की 'अमृत भारत स्टेशन' योजना के तहत 1,275 रेलवे स्टेशनों को रेनोवेट किया जाएगा और उन्हें पहले से अच्छा बनाया जाएगा। रायपुर रेलवे मंडल के वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक शिव प्रसाद ने कहा कि इसमें एसईसीआर जोन के 49 स्टेशन शामिल हैं, जिसका मुख्यालय बिलासपुर में है।
SECR जोन में कौन से आते हैं रेलवे स्टेशन?
SECR जोन में रायपुर, बिलासपुर और नागपुर डिवीजन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एसईसीआर जोन के 49 स्टेशनों में से 30 छत्तीसगढ़ में हैं, नौ मध्य प्रदेश में, आठ महाराष्ट्र में और दो ओडिशा में हैं। अधिकारी ने कहा कि रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, अंबिकापुर, दुर्ग, राजनांदगांव (छत्तीसगढ़), अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बालाघाट (मध्य प्रदेश), गोंदिया (महाराष्ट्र) ऐसे कुछ स्टेशन हैं जिन्हें एसईसीआर में योजना के तहत शामिल किया गया है और उनका रेनोवेशन किया जाएगा।
स्टेशनों को मोडिफाई करने के लिए तैयार होगा मास्टरप्लान
उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं के अलावा अन्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा और इसे एक निर्धारित समय के भीतर चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि इन स्टेशनों पर नई सुविधाएं शुरू करने के साथ ही मौजूदा सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।
सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा
अधिकारी ने कहा कि योजना के तहत, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्री सुविधाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके लिए मुफ्त वाईफाई, प्रतीक्षालय और शौचालय, बेहतर सूचना प्रणाली और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, स्टेशनों से सटे सड़कों को अवांछित संरचनाओं को तोड़कर चौड़ा किया जाएगा।