बेटी को बाप समझकर काट दिया था पैर
जगदलपुर। एक पखवाड़े पहले बकावंड ब्लाक के ग्राम वनकोमार में स्कूली छात्रा के पैर काटने की लोमहर्षक घटना के आरोपी करन का कहना है कि उसकी छात्रा से कोई रंजिश नहीं थी। रंजिश छात्रा के पिता बुधसन से थी और वह उसी को मारने के इरादे से रात में आया था। अंधेरा होने और सोते हुए हालत में वह पीड़िता को पहचान नहीं पाया और उसे उसका पिता समझकर उस पर घातक हथियार से वार कर फरार हो गया था।
पकड़े जाने के बाद पुलिस को दिए बयान में आरोपी करन ने यह बात कही है। आरोपी आदिवासी युवक करन (40 वर्ष) पुत्र सोमारू वनकोमार का ही रहने वाला है। घटना के एक दिन बाद ही पुलिस ने उसे गांव से गिरफ्तार कर लिया था। घटना की पुलिस जांच व पूछताछ में आरोपी द्वारा गुनाह कबूल करने के बाद पुलिस ने करन को कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे पिछले दिनों जेल भेज दिया गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कहा है कि छात्रा का पैर काटने का उसे भी दुख है जो गलती से हुआ।
जांच अधिकारी गोपाल धुर्वे ने बताया कि करन की छात्रा के पिता बुधसन के साथ ईट को लेकर विवाद चल रहा था। इस मामले में करन ने रंजिश पाल रखी थी। वह योजना बनाकर बुधसन के घर पहुंचा और छात्रा सोनवारी को बुधसन समझ बंडा से उसके एक पैर का पंजा काट फरार हो गया।
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