#हवा की बात

“साइनअप करके ₹4000 का AQI मॉनिटर जीतिए”

अभियान सारांश

यह अभियान नागरिकों को जागरूकता बढ़ाने, पोल और सर्वेक्षणों के माध्यम से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है।

शेयर करें और जीतें

साइनअप करें और "Breathe Clean Champion" बैज प्राप्त करें और अपने आसपास की हवा की वास्तविक समय में जांच के लिए एक AQI मॉनिटर कीमत ₹4000 जीतने का मौका पाएं।

बधाई हो

अपने बैज को अधिकतम लोगों के साथ Instagram पर #HawaKiBaat के साथ साझा करें, @JagranConnect को टैग करें, और एक विशेष AQI मॉनिटर जीतने का मौका पाएं, जिसकी कीमत 4000 रुपये है। स्वच्छ हवा के महत्व का संदेश फैलाएं और स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ें!

आपकी आवाज़ महत्वपूर्ण है!

इस पोल में भाग लेकर वायु प्रदूषण के बारे में अपने विचार साझा करें

loading

तथ्य और मिथक

AI generated

मिथक

वायु प्रदूषण केवल तभी हानिकारक होता है जब मैं इसे देख सकता हूँ।

तथ्य

कुछ सबसे हानिकारक प्रदूषक, जैसे कि PM2.5 और कार्बन मोनोऑक्साइड, आँखों से दिखाई नहीं देते। साफ दिखने वाले दिन में भी आप हानिकारक तत्वों को साँस में ले सकते हैं। ये छोटे कण फेफड़ों और रक्तप्रवाह में गहराई तक जा सकते हैं, जिससे शरीर के हर अंग पर असर होता है।

AI generated

मिथक

कोई भी मास्क वायु प्रदूषण से बचा सकता है।

तथ्य

केवल N95 या N99 फिल्टर वाले मास्क PM2.5 सहित 95-99% कणों को रोक सकते हैं। साधारण कपड़े के मास्क सीमित सुरक्षा प्रदान करते हैं, इसलिए एक उच्च गुणवत्ता वाले मास्क का चयन आवश्यक है।

AI generated

मिथक

पराली जलाना दिल्ली के वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है।

तथ्य

CSE के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के वायु प्रदूषण का 30.34% स्थानीय स्रोतों से है, जिनमें से 50.1% परिवहन से है। वहीं, 34.97% एनसीआर के आसपास के क्षेत्रों से और 27.94% अन्य इलाकों से आता है। पराली जलाने का योगदान केवल 8.19% है।

AI generated

मिथक

वायु प्रदूषण ज्यादातर बाहर का मुद्दा है; मैं घर के अंदर सुरक्षित हूँ।

तथ्य

घर के अंदर की हवा बाहर की तुलना में पाँच गुना अधिक प्रदूषित हो सकती है। घर के अंदर की वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए सफाई उत्पादों का कम प्रयोग करें, खिड़कियाँ खोलकर वेंटिलेशन बनाए रखें और घर के अंदर धूम्रपान न करें।

AI generated

मिथक

एयर प्यूरीफायर पूरी तरह से अंदर की हवा को शुद्ध कर सकते हैं।

तथ्य

HEPA फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर धूल और पराग जैसे प्रदूषकों को कम करने में सहायक होते हैं, लेकिन वे कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी गैसीय प्रदूषकों के खिलाफ कम प्रभावी होते हैं। इन्हें उचित वेंटिलेशन के साथ संयोजन में उपयोग करना चाहिए।

AI generated

मिथक

बादल बीजारोपण (Cloud Seeding) वायु प्रदूषण को कम करने का आसान तरीका है।

तथ्य

बादल बीजारोपण में रसायनों का उपयोग करके बारिश कराना शामिल है, लेकिन इसके संभावित पर्यावरणीय खतरे हैं और इसकी प्रभावशीलता मौसम पर निर्भर करती है। विशेषज्ञों में इस पर लंबी अवधि के प्रभाव पर बहस जारी है।

"हवा की बात" केवल शब्दों तक सीमित नहीं है, यह स्वच्छ हवा के लिए एक प्रेरणा है। प्रत्येक छोटा कदम प्रदूषण कम करने और स्वस्थ भविष्य बनाने में सहायक हो सकता है। आज ही इस अभियान से जुड़ें और हर सांस के महत्व को समझें।