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त्योहारों के दौरान होने वाले खर्चे को कंट्रोल में करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप त्योहारों में होने वाले खर्च को कंट्रोल कर सकते हैं।

By Pramod Kumar Edited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 11:25 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 09:25 PM (IST)
त्योहारों के दौरान होने वाले खर्चे को कंट्रोल में करने के लिए अपनाएं ये टिप्स
त्योहारों के दौरान होने वाले खर्चे को कंट्रोल में करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। फेस्टिव सीजन चल रहा है। इस सीजन में नया सामान खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए कई ई-कॉमर्स कंपनियां सेल चलाती हैं। वहीं दुकानदार भी सामान खरीदने पर कई प्रकार के ऑफर्स देते हैं। इसके अलावा घर की साज-सज्जा और दूसरे कामों पर काफी खर्च हो जाता है। कई बार यह खर्च तय सीमा से पार चला जाता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनकी मदद से आप से इस खर्च को कंट्रोल में कर सकते हैं।

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भविष्य में होने वाली कमाई से खर्च ना करें

कई बार लोग आगे मिलने वाले बोनस के आधार पर शॉपिंग कर लेते हैं, लेकिन कई बार उम्मीद के मुताबिक बोनस नहीं मिल पाता है इसलिए बजट बिगड़ जाता है। कई लोग बोनस की आस में क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग कर लेते हैं। इससे भी बचना चाहिए क्योंकि क्रेडिट कार्ड पर लोन रिपेमेंट अधिक होता है।

सेल के लालच में ना आएं

इस सीजन में अधिकतर कंपनियां सेल चलाती है। इसमें कई प्रॉडक्ट्स पर भारी छूट दी जाती है। इसलिए कई लोग लालच में आकर बिना जरूरत वाली चीजें खरीद लेते हैं जिनका बहुत इस्तेमाल नहीं होता है। इससे भी खर्चा बढ़ जाता है। इसलिए हमेशा अपनी जरूरत के हिसाब शॉपिंग करें। लालच में आकर बिना जरूरत वाली चीजें ना खरीदें।

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से शॉपिंग ना करें

विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल मोड में पेमेंट करने की बजाय कैश से शॉपिंग करनी चाहिए। कार्ड से पैसा चुकाते समय इस बात का एहसास नहीं होता कि कितना पैसा खर्च हो रहा है। जबकि कैश में पेमेंट करने से आपको पता चलेगा कि आपका पैसा खर्च हो रहा है।

केवल सामान नहीं संपत्ति खरीदें

फेस्टिव सीजन में शॉपिंग करते वक्त यह भी ध्यान रखें कि आप सामान खरीद रहे हैं या संपत्ति (मकान, सोना, चांदी आदि)। संपत्ति में आपका निवेश होता है। अगर आपको पैसों की जरूरत पड़ती है तो संपत्ति को बेचा जा सकता है। वहीं समय के साथ सामान की कीमत कम होती है जबकि संपत्ति की कीमत बढ़ती है। इसलिए इस बात की भी जरूर ध्यान रखें।  


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