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Share Price Update: तिमाही नतीजे के बाद Vodafone-Idea के शेयरों में तेजी, किस ओर जाएगा स्टॉक का रुख

Vodafone Share Update वोडाफोन आइडिया ने कल अपने तिमाही नतीजों का एलान किया था। शुक्रवार को कंपनी ने बताया कि पिछले मार्च 2023 के तिमाही में उन्हें घाटे का सामना करना पड़ा है। कंपनी के नतीजों का असर आज बाजार में पूरी तरह से देखने को मिला है।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiFri, 26 May 2023 12:09 PM (IST)
Share Price Update: तिमाही नतीजे के बाद Vodafone-Idea के शेयरों में तेजी, किस ओर जाएगा स्टॉक का रुख
Vodafone Share Price: vodafone share climbes after q4 result

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Vodafone Share Price: वोडाफोन आइडिया भारत की टेलीकॉम कंपनी है। वोडाफोन आइडिया कंपनी ने कल अपने तिमाही नतीजों का एलान किया था, जिसमें कंपनी ने मार्च 2023 को खत्म तिमाही के नतीजों में लेट लॉस में कमी की सूचना दी है। इसका असर 26 मई 2023 (शुक्रवार) को सुबह शेयर बाजार पर पड़ा।

आज वोडाफोन आइडिया के शेयर की कीमत में 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। बीएसई (BSE) इस कंपनी का एक शेयर की कीमत 2.71 फीसदी बढ़कर 7.18 रुपये हो गया। खबर लिखते वक्त वोडाफोन आइडिया के एक शेयर की कीमत 7.10 रुपये थी।

वोडाफोन का तिमाही नतीजा

टेलीकॉम ऑपरेटर ने Q4FY23 में 6,418.9 करोड़ रुपये का नेट लॉस की जानकारी दी है, जो पिछले साल इसी अवधि में 6,563 करोड़ रुपये के नुकसान से कम था। हालांकि, कंपनी का रेवन्यू 10,239 करोड़ रुपये से 3 फीसदी बढ़कर 10,532 करोड़ रुपये हो गया है।

कंपनी के एबिटा मार्जिन में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। कंपनी का एबिटा मार्जिन 40 फीसदी पर है, जो दिसंबर तिमाही में 39 फीसदी पर था। कंपनी के तिमाही के दौरान फाइनेंस कॉस्ट में भी गिरावट देखने को मिली है।

वोडाफोन आइडिया का प्रति यूजर्स का औसत राजस्व (ARPU) एक साल पहले के 124 रुपये से बढ़कर 135 रुपये हो गया है, जिसकी वजह से ग्राहकों को हायर एआरपीयू प्लान में माइग्रेट करना है।

कंपनी के EBITDA में आई गिरावट

कंपनी के Q4FY23 में अर्निंग्स बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन (EBITDA) से पहले कंपनी की कमाई तिमाही में 4,649 करोड़ रुपये से घटकर 4,210 करोड़ रुपये हो गई। वोडाफोन आइडिया का Q4FY23 का प्रदर्शन म्यूट एआरपीयू और नुकसान के साथ कमजोर था। ये देश की सबसे कमजोर प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर वाली कंपनी बनी हुई है।

कंपनी को अपने लोन चुकाने के लिए कैपिटलाइजेशन की जरूरत है। ज्यादा लोन के कारण कंपनी के खर्च और बाजार की हिस्सेदारी में भी कमी देखने को मिल रही है। ऐसा माना जा रहा है कि 5जी लॉन्च में उच्च एआरपीयू और पोस्टपेड ग्राहकों में बढ़ोतरी हो सकती है।