जानिये, कब मिलती है ग्रैच्युटी और कैसे करें इसे कैलकुलेट
नौकरी करने वाले अधिकतर कर्मचारियों की सैलरी का कुछ हिस्सा ग्रैच्युटी फंड के लिए कटता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नौकरी करने वाले अधिकतर कर्मचारियों की सैलरी का कुछ हिस्सा ग्रैच्युटी फंड के लिए कटता है। यह कर्मचारी की सैलरी का वह हिस्सा है जो उसे कंपनी में सर्विस के बदले मिलता है। इसे एक तरह से बेनेफिट प्लान माना जा सकता है तो नौकरी छोड़ने के बाद कर्मचारी को मिलता है। किसी भी कर्मचारी को ग्रैच्युटी पाने के लिए एक कंपनी में कम से कम 4 साल 10 महीने और 11 दिन काम करना जरूरी होता है। सरल भाषा में कहे तो एक जगह 5 साल नौकरी करने वाले कर्मचारी को ग्रैच्युटी मिलती है। अगर आप ग्रैच्युटी बैलेंस चेक करना चाहते हैं तो नीचे लिखे तरीके अपना सकते हैं-
ऑनलाइन चेक करें
अगर आप किसी जगह 5 सालों स ज्यादा नौकरी कर रहे हैं तो आप ग्रैच्युटी के हकदार हैं। आप अपनी ग्रैच्युटी का बैलेंस ऑनलाइन कैलकुेलट कर सकते हैं। ग्रैच्युटी आपकी लास्ट महीने की सैलरी की बेसिक पे, डीए और आपकी नौकरी की अवधि के आधार पर काउंट की जाती है।
कंपनी या नियोक्ता से पूछें
अगर आप किसी कंपनी में 5 साल से अधिक समय से कार्यरत हैं तो आपकी ग्रैच्युटी मिलेगी। इसकी जानकारी आप कंपनी में एचआर से ले सकते हैं। एचआर के पास हर कर्मचारी का रिकॉर्ड रहता है। इसलिए आप इसकी जानकारी अपनी कंपनी से भी ले सकते हैं।
खुद करें ग्रैच्युटी अमाउंट कैलकुलेट
आप इसे खुद भी कैलकुलेट कर सकते हैं। इसके लिए आप लास्ट महीने की सैलरी की बेसिक सैलरी×नौकरी के साल×15/26 का फॉर्मूला अपना सकते हैं। कैलकुलेट करते समय यह बात ध्यान रखें कि अगर आपने किसी एक साल में 6 महीने से ज्यादा नौकरी की है तो उसे एक साल गिना जाएगा। उदाहण के लिए अगर आपने 5 साल 7 महीने कहीं काम किया है तो इसे 6 साल गिना जाएगा। वहीं अगर आपने 6 महीने से कम नौकरी की है तो उसे साल में नहीं गिना जाएगा। उदाहरण के लिए अगर आपने 5 साल 5 महीने नौकरी की है तो उसे 5 साल गिना जाएगा।