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दिल्‍ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ देश का पहला अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला

India International Cooperative Trade Fair देश में पहली बार आयोजित किया गया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कृषि और संबंधित सहकारिता को अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र बताया।

By Manish MishraEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 09:03 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 09:03 AM (IST)
दिल्‍ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ देश का पहला अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला
दिल्‍ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ देश का पहला अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कृषि और संबद्ध सहकारिता को अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र बताया है। उन्होंने कहा कि यह अगले पांच वर्षो में देश की संभावित पांच ट्रिलियन डॉलर (पांच लाख करोड़ डॉलर यानी करीब 350 लाख करोड़ रुपये) की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाएगा। शुक्रवार को भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला-2019 का उद्घाटन करने के बाद मंत्री का कहना था कि सहकारी क्षेत्र के उत्पादों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने भर की जरूरत है।

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प्रगति मैदान में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय मेला में स्टार्ट-अप युवा सहकार स्कीम और सहकार भारती के ‘सिंपली देसी’ के ब्रांड उत्पादों को भी कृषि मंत्री तोमर ने लांच किया। तोमर ने कहा ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर का आकार देने का लक्ष्य रखा है। हमें उसे प्राप्त करने के लिए गांव, गरीब और किसान पर फोकस करना होगा।’ इस लक्ष्य को प्राप्त करने में अत्यधिक संभावनाओं वाले सहकारी क्षेत्र की भूमिका अहम होगी। 

तोमर ने कहा कि सहकारिता संस्कृति भारत के लिए कोई नया विषय नहीं है। वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाकर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। देश में सहकारिता क्षेत्र के ऐसी कंपनियां है, जिनका डंका देश नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बज रहा है। इस क्षेत्र की संभावनाओं के दोहन की सख्त जरूरत है। कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि सहकारिता के प्रोत्साहन से किसानों की आमदनी को दोगुना करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही कुछ वर्षो में कृषि उत्पादों का निर्यात 3,000 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर 60 बिलियन डॉलर किया जा सकता है।

सहकारिता को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र के साथ राज्यों को भी हाथ लगाना होगा। तोमर ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकारें सहकारिता को प्राथमिकता दें। यह केवल सहकारी बैंक के लोन और राशन दुकानों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। इसके लिए राज्यों को केंद्र हर संभव मदद मुहैया कराएगा। अंतरराष्ट्रीय सहकारी मेला के बारे में उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य भारत और दुनियाभर के देशों को परस्पर बाजारों में सहकारिता के बारे में जानकारी देना है। इसमें तकनीक को साझा करने और परस्पर विश्व बंधुत्व का भाव पैदा करने में मदद मिलेगी। भौतिकवादी दुनिया में प्रगति, न्याय और शांति का संदेश जाएगा।

इस ट्रेड फेयर का आयोजन नेशनल को-ऑपरेटिव डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनसीडीसी), बैंकॉक स्थित अंतराष्ट्रीय संगठन और भारतीय सहकारी संस्था नैफेड के साथ कृषि, कामर्स और विदेश मंत्रलय ने किया है। ट्रेड फेयर के उद्घाटन के अवसर पर कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, कैलास चौधरी, मेघालय के उप-मुख्यमंत्री और उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत व कृषि सचिव संजय अग्रवाल उपस्थित थे।


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