पेट्रोल-डीजल में मिलावट है या नहीं, ऐसे करें पता
पेट्रोल और डीजल की क्वालिटी पर शक होने पर ऐसे जांचे गुणवत्ता, जानिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों में सभी परेशान हैं। आपको बता दें कि सरकारी तेल विपणन कंपनियां आईओसी, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में संशोधन करती हैं।
अक्सर शॉर्ट सेलिंग और फ्यूल में मिलावट के चलते पेट्रोल पंप पर धांधली की संभवना बनी रहती है। इस साल फरवरी में ऑयल एंड पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने बताया था पेट्रोल पंप पर होने वाले फ्रॉड के मामले में दिल्ली तीसरी नंबर पर है। अप्रैल 2014 से दिसंबर 2017 तक दिल्ली से पेट्रोल पंप पर शॉर्ट फ्यूलिंग के करीब 785 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं, महाराष्ट्र में 1560 और उत्तर प्रदेश में 913 केस दर्ज हुए हैं।
जानिए कैसे बरतें सावधानी-
फ्यूल की गुणवत्ता पर शक होने पर है-
कई बार ऐसा होता है जब आपको गाड़ी में पेट्रोल भरवाते समय उसकी क्वालिटी पर संदेह होता है। गाड़ी में जब भी कम माइलेज या इंजन से जुड़ी दिक्कतें आती हैं तो पेट्रोल की क्वालिटी पर शक किया जाता है। ऐसे में आप कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 1986 के तहत ग्राहक होने के नाते पेट्रोल पंप पर फिल्टर पेपर की मांग कर जांच सकते हैं। इससे आप यह जान सकते हैं कि पेट्रोल में मिलावट की गई है या नहीं।
इस पेपर पर पेट्रोल की कुछ बूंदें डालें, अगर पेट्रोल में कोई मिलावट नहीं है तो यह बिना कोई दाग छोड़े पेपर से उड़ जाएगा। हालांकि अगर मिलावट की गई है तो पेपर पर इसके दाग रह जाएंगे।
स्टार्ट स्टॉप ट्रिक का करें इस्तेमाल-
पेट्रोल पंप पर शॉर्ट फ्यूलिंग जैसे फ्रॉड आम हैं। इसके लिए स्टार्ट स्टॉप ट्रिक का इस्तेमाल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 1500 रुपये के फ्यूल की मांग की है तो पेट्रोल पंप पर स्थित कर्मचारी आपके पेट्रोल टैंक को 1500 रुपये से कम पर रोक देगा। इसके बाद आप उसे फिर से टैंक भरने के लिए कह सकते हैं।
इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप पेट्रोल भरवाते समय मीटर को शून्य पर देखें और फिर जितना आपको भुगतान करना है, वहां तक मीटर आ जाने पर उसे रोकने के लिए कहें।
5 लीटर क्वांटिटी टेस्ट के बारे में जाने-
सभी पेट्रोल पंप के पास वेट्स एंड मेशर्स डिपार्टमेंट की ओर से प्रमाणित 5 लीटर माप होता है। कोई भी ग्राहक इसकी मांग कर सकता है और खुद से भर सकता है। अगर मशीन की ओर से डिलीवर किया जाने वाला फाइव लीटर पेट्रोल मेजर को पूरा भर रहा है तो पेट्रोल पंप आपके वाहन की शॉर्ट फ्यूलिंग नहीं कर रहा है। हालांकि, अगर मेजरमेंट पूरा नहीं भर रहा है तो इसका यह मतलब है कि पेट्रोल पंप ग्राहकों को उचित मात्रा में फ्यूल न देकर उनके साथ धोखा कर रहा है। यह जांच किसी भी मशीन पर की जा सकती है।
अन्य सावधानियां-
रोजाना पेट्रोल और डीजल की दरों का ख्याल रखें। कोई भी डीलर असल मूल्य से ज्यादा चार्ज नहीं कर सकता है। फ्यूल की बदलती कीमतों के लिए ग्राहक सरकारी तेल विपणन कंपनियां आईओसी, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की एप, वेबसाइट या एसएमएस के जरिए कीमत पता कर सकते हैं।