Move to Jagran APP

फॉर्म 16 के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं

जब आयकर रिटर्न दाखिल करना होता है तब यह फॉर्म काफी मददगार साबित होता है। इस खबर में हम फॉर्म 16 से जुड़ी कई और जरूरी बातें बता रहे हैं।

By NiteshEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 01:16 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jul 2019 12:00 PM (IST)
फॉर्म 16 के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं
फॉर्म 16 के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आयकर कानून में कई तरह के फॉर्मों का जिक्र है। इनमें से एक फॉर्म 16 का जिक्र अक्सर आपने सुना होगा। इसे नौकरी देने वाला संस्थान जारी करता है। कर्मचारी के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण है। जब आयकर रिटर्न दाखिल करना होता है तब यह फॉर्म काफी मददगार साबित होता है। इस खबर में हम फॉर्म 16 से जुड़ी कई और जरूरी बातें बता रहे हैं।

loksabha election banner

यह फॉर्म एक सर्टिफिकेट है जिसे कंपनियां अपने कर्मचारियों को जारी करती हैं। यह कर्मचारी की सैलरी से काटे गए TDS (स्रोत पर कर कटौती) को बताता है। इससे यह जानकारी भी मिलती है कि संस्थान ने टीडीएस काटकर सरकार को जमा कर दिया है।

फॉर्म 16 दो पार्ट में होता है। पार्ट ए और पार्ट बी। पार्ट ए में संस्थान का TAN, उसका और कर्मचारी का पैन, पता, एसेसमेंट ईयर, रोजगार की अवधि और सरकार को जमा किए गए टीडीएस का संक्षिप्त ब्योरा होता है। जबकि इसके दूसरे पार्ट यानी पार्ट बी में सैलरी का ब्रेक-अप, क्लेम किए गए डिडक्शन, कुल कर योग्य आय और सैलरी से काटे गए टैक्स का ब्योरा शामिल होता है।

संस्थान के लिए फॉर्म 16 जारी करना जरूरी है। इसके अलावा साल के बीच में अगर नौकरी बदलती है तो भी कंपनी को फॉर्म 16 जारी करना पड़ता है। फॉर्म 16 का इस्तेमाल इनकम के सबूत की तरह होता है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.