Mutual Fund में निवेश की शानदार शुरुआत के लिए ध्यान रखें ये बातें, नुकसान से होगा बचाव
आप जब कभी भी म्युचुअल फंड को निवेश के लिए चुनें यह आपके लक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। यदि आप पहली बार कहीं निवेश कर रहे हैं और उसमें भी अगर आपने म्युचुअल फंड (MF) को निवेश के लिए चुना है तो इसमें पहली बार निवेश करना आसान नहीं होता है। लेकिन, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, हम आपको इस खबर में पहली बार निवेश से जुडी बातें बता रहे हैं। आप जब कभी भी म्युचुअल फंड को निवेश के लिए चुनें यह आपके लक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए। इसमें निवेशक को यह तय करना होगा कि वह कितनी अवधि के लिए MF में निवेश करना चाहता है, और जोखिम उठाने के लिए किस हद तक तैयार है।
समय-आधारित लक्ष्य
2 से 7 साल के बीच की अवधि के लिए कॉरपोरेट बॉन्ड फंड या बैंकिंग और पीएसयू डेब्ट फंड में से किसी एक को निवेश के लिए चुना जा सकता है। अगर आपका टारगेट 7 वर्ष से अधिक के लिए है तो आप इक्विटी म्यूचुअल फंड का ऑप्शन चुन सकते हैं।
जोखिम के लिए तैयार रहना
कोई भी व्यक्ति अगर वह निवेश करने जा रहा है तो उसे जोखिम के लिए तैयार रहना चाहिए। सेबी ने सभी MF के लिए एक जोखिम रिसकोमीटर होना अनिवार्य कर दिया है जो निवेश से संबंधित जोखिम के स्तर को बताता है। इसलिए, आप उसी तरह का MF चुन सकते हैं, जिसके अनुसार आप निवेश करना चाहते हैं।
फंड के प्रकार
यदि आप इक्विटी फंड का चुनाव कर रहे हैं तो उस स्थिति में आपको कंसिस्टेंट ट्रैक रिकॉर्ड पर एक नजर डालनी चाहिए। आपको यह पता लगाना चाहिए कि स्टॉक के चयन, जोखिम नियंत्रण का पालन करने के लिए मजबूत प्रोसेस और सिस्टम है। आपको फंड मैनेजर और ब्रांड का पिछला प्रदर्शन मदद पहुंचाएगा। इसके अलावा, बेंचमार्क इंडेक्स का एसेट एलोकेशन स्कीम के निवेश उद्देश्य से मेल खाना चाहिए।
SIP के जरिये शुरुआत
बता दें कि म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को बेहतर माना जाता है। म्युचुअल फंड विशेषज्ञों का मानना है कि SIP मार्केट में बार-बार निवेश करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। आप SIP में साप्ताहिक, मासिक और तीन महीने के आधार पर निवेश कर सकते हैं। यह आपकी सुविधा के अनुसार है।