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बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों को रास आ रहा म्यूचुअल फंड, लगातार 15वें महीने बढ़ा निवेश

एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2022 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 15890 करोड़ रुपये रहा था। इक्विटी योजनाओं में मार्च 2021 से लगातार शुद्ध निवेश बना हुआ है।

By Manish MishraEdited By: Published: Fri, 10 Jun 2022 10:29 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jun 2022 07:45 AM (IST)
Despite Stock Market Volatility Investors Like Equity Mutual Fund SIP For Investment, Rs 18,529 Crore Inflow Recorded in May

नई दिल्ली, पीटीआइ। शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव, रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बनी अनिश्चितता और ज्यागा महंगाई के चलते इक्विटी म्यूचुअल फंड लगातार 15वें महीने निवेशकों के लिए आकर्षक बने हुए हैं। यही कारण है कि मई में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 18,259 करोड़ रुपये का निवेश मिला है। इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) की रही है। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 15,890 करोड़ रुपये रहा था। इक्विटी योजनाओं में मार्च 2021 से लगातार शुद्ध निवेश बना हुआ है। यह निवेशकों के बीच सकारात्मक भावना को दर्शाता है।

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इससे पहले जुलाई 2020 से फरवरी 2021 के दौरान लगातार आठ महीने तक शुद्ध निकासी रही थी। इस दौरान इक्विटी योजनाओं से 46,791 करोड़ रुपये निकाले गए थे। डाटा के अनुसार, मई में फ्लैक्सी कैप फंड समेत सभी प्रकार की इक्विटी आधारित योजनाओं में सबसे ज्यादा 2,939 करोड़ रुपये का निवेश मिला है। इसके अलावा लार्ज कैप, लार्ज एंड मिड कैप फंड और सेक्टोरल फंड में 2,200 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।

AMFI के चीफ एक्‍जीक्‍यूटिव एन. एस. वेंकटेश ने कहा कि म्‍यूचुअल फंड के खुदरा निवेशक ने SIP का चयन किया और अपनी दीर्घावधि के निवेश के लिए इक्विटी और हाइब्रिड एसेट क्‍लास के विकल्‍पों को चुना। इक्विटी एसेट क्‍लास में खुदरा निवेशकों का विश्‍वास इस वास्‍तविकता को प्रदर्शित करता है कि भारत के विकास की गाथा जारी है और अन्‍य प्रमुख अर्थव्‍यवस्‍थाओं के मुकाबले यह कहीं ज्‍यादा ठोस और अवसर देने वाला है। बढ़ती महंगाई और ब्‍याज दरों और चुनौतीपूर्ण मैक्रो-इकोनॉमिक परिस्थितियों के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत के जीडीपी की ग्रोथ का अनुमान 7.2 प्रतिशत किया है। घरेलू संस्‍थागत निवेशकों का भारतीय इक्विटी में निवेश बेहतरीन रहा है, भले ही विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने बिकवाली की हो।

मोतीलाल ओसवाल एएमसी के मुख्य कारोबारी अधिकारी अखिल चतुर्वेदी का कहना है कि एसआइपी में लगातार निवेश से बिक्री को सकारात्मक समर्थन मिल रहा है। बाजारों में अस्थिरता के बीच खुदरा निवेशक इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। सभी श्रेणियों में नया निवेश मिल रहा है।

मार्निगस्टार इंडिया की सीनियर एनालिस्ट कविता कृष्णन का कहना है कि अस्थिरता के बावजूद उभरते बाजारों में भारतीय इक्विटी मार्केट निवेशकों के बीच आकर्षक विकल्प बना हुआ है।


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