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जानिए रिस्क फ्री निवेश के बारे में, नहीं होता पैसा डूबने का कोई खतरा

बाजार में तमाम ऐसे निवेश विकल्प मौजूद हैं जिनमें पूंजी का जोखिम नहीं होता या न के बराबर होता है। अगर आप जोखिम रहित निवेश करना चाहते हैं तो इन निवेश विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Tue, 28 Nov 2017 12:00 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jan 2018 04:01 PM (IST)
जानिए रिस्क फ्री निवेश के बारे में, नहीं होता पैसा डूबने का कोई खतरा

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बतौर निवेशक लोग हमेशा इसी तलाश में रहते हैं कि उन्हें एक ऐसा विकल्प सुझाया जाए जिसमें जोखिम (पैसा डूबने का) न के बराबर हो और निवेश पर बेहतर रिटर्न भी मिले। वैसे तो अधिकांश निवेश विकल्पों में कुछ न कुछ जोखिम जरूर रहता है लेकिन हम अपनी इस रिपोर्ट के माध्यम से कुछ ऐसे निवेश विकल्पों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनमें जोखिम की मात्रा बेहद कम रहती है।

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फिक्स्ड डिपॉडिट (FD): फिक्स्ड डिपॉजिट एक जाना माना और बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है। ऐसे में अगर आप जोखिम रहित निवेश विकल्प की तलाश में हैं तो यह एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। एफडी में निवेश करना न सिर्फ जोखिम रहित रहता है बल्कि रिटर्न के लिहाज से भी यह काफी बेहतर है। जहां एक ओर सेविंग बैंक अकाउंट पर 3.5 से 6 फीसद की दर से ब्याज उपलब्ध करवाया जाता है वहीं एफडी पर कुछ बैंक 8 से 9 फीसद तक ब्याज उपलब्ध करवा रहे हैं। वहीं पांच साल की एफडी आपको टैक्स बेनिफिट भी दिला सकती है।

देखें वीडियो-

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC): अगर आप सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न भी चाहते हैं तो आपको इसका चयन करना चाहिए। इस योजना को सरकारी कर्मचारी, बिजनेसमैन और कर अदा करने वाले अन्य वेतन भोगियों की जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए जारी किया गया है। इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं होती है। राष्ट्रीय बचत पत्र दो तरह के होते हैं पहल है, टाइप-1 (VIII इश्यू) और दूसरा, टाइप-2 (IX इश्यू)। इस पर टीडीएस नहीं कटता है। ट्रस्ट और एचयूएफ इसमें निवेश नहीं कर सकते हैं। इसमें जमा पर 7.8 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। इसमें जमा पर आयकर की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।

पब्लिक प्रॉविडंट फंड (PPF): जोखिम रहित निवेश के लिहाज से निवेशकों के लिए पीपीएफ सबसे आदर्श विकल्प होता है। पीपीएफ अकाउंट वेतनभोगी और व्यापारी वर्ग दोनों के लिए ही होता है। इसमें एक वित्तवर्ष में अधिकतम एक लाख रुपए तक के निवेश पर कर छूट का लाभ मिलता है। इसे या एकमुश्त या फिर 12 किश्तों में जमा किया जा सकता है। यह अकाउंट नाबालिग और बालिग दोनों का हो सकता है। इसका म्योच्योरिटी पीरियड 15 साल है। इसमें जमा पर 7.9 फीसद का ब्याज मिलता है।

रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposits): जिन्हें हर महीने एक तय सैलरी मिलती है उनके लिए यह एक शानदार निवेश विकल्प है। इसमें आपको हर महीने एक नियमित निवेश करना होता है। इक्ट्ठा होते होते आपकी रकम एक बड़ी एकमुश्त राशि बन जाती है। हालांकि यह रकम टैक्स के दायरे में आती है। देश के तमाम बैंक इस पर अच्छा रिटर्न दे रहे हैं।

(बैंक की ओर से रेकरिंग डिपाजिट पर दी जाने वाली ब्याज दरें। आंकड़े नवंबर 2017 के हैं जिन्हें बैंक बाजार डॉट कॉम से लिया गया है।)

पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट (Post Office Deposit): पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट भी निवेश के लिहाज से एक शानदार विकल्प है। यहां पांच साल तक अलग-अलग अवधि के लिए निवेश विकल्प सुझाए जाते हैं। लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न हासिल होता है। इसमें पांच साल तक की अवधि के लिए किए गए निवेश पर 7.8 फीसद की दर से ब्याज हासिल किया जा सकता है। पांच साल से कम मैच्योरिटी पीरियड वाली योजनाओं पर टैक्स बेनिफिट भी मिलता है।

डेट म्यूचुअल फंड: जोखिम रहित निवेश के पैमाने पर डेट म्यूचुअल फंड एक बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है। ये ऐसे फंड होते हैं जहां पैसा सरकारी प्रतिभूतियों और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश किया जाता है। डेट म्यूचुअल फंड में लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। आप जब चाहें इनमें से पैसा निकाल सकते हैं। 90-180 दिन के फिक्स डिपॉजिट में 6.5-7.5 फीसद सालाना की दर से ब्याज मिलता है, जबकि अल्ट्रा शॉर्ट टर्म डेट फंड में सामान अवधि में 9 फीसद का रिटर्न मिल जाता है।


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