कमोडिटी में निवेश का ककहरा
आपके निवेश की आलमारी में एक और गुल्लक कमोडिटी बाजार का आ जाए तो कैसा रहे। किसी अच्छे और सम्मानित ब्रोकर के पास पंजीकरण कराने से आपकी शुरुआत अच्छी होगी। एक डीमैट अकाउंट के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग की शुरुआत की जा सकती है।
आपके निवेश की आलमारी में एक और गुल्लक कमोडिटी बाजार का आ जाए तो कैसा रहे। किसी अच्छे और सम्मानित ब्रोकर के पास पंजीकरण कराने से आपकी शुरुआत अच्छी होगी। एक डीमैट अकाउंट के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग की शुरुआत की जा सकती है। देख लें कि आपका ब्रोकर नेशनल कमोडिटी एक्सचेंजेज का सदस्य जरूर हो। केवाईसी नियमों की शर्ते पूरी होने के बाद आप निवेश के लिए तैयार हैं।
एक बात शुरुआत में ही स्पष्ट कर दें कि कमोडिटी को अब भी ट्रेडिंग यानी कम वक्त के निवेश के लिए जाना जाता है। आप कृषि आधारित जिंस (हल्दी, जीरा, चीनी, मेंथा वगैरह), धातुओं (निकल, कॉपर, जिंक आदि) कीमती धातु (सोना, चांदी, प्लैटिनम) में निवेश कर सकते हैं। कमोडिटी बाजार काफी हद तक शेयर बाजार की ही तर्ज पर काम करते हैं।
एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स दो प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज हैं जिन पर वायदा कारोबार किया जाता है। नेशनल स्पॉट एक्सचेंज पर कमोडिटी को हाजिर बाजार में खरीदा जा सकता है। वायदा बाजार में काफी बड़ी संख्या में फायदे अथवा नुकसान की संभावना रहती है।
चूंकि कमोडिटी बाजार में मांग और पूर्ति को लेकर कोई खास आंकड़े उपलब्ध नहीं होते, इसलिये निवेशकों को कीमतों के बारे में कोई अंदाज लगाने से पहले कई फैक्टर्स पर ध्यान देना होगा।
चीन में मांग में कमी कई कमोडिटी पर अच्छा खासा असर डाल सकती है। उसी तरह से सोने की कीमत कई बार कच्चे तेल (क्रूड) के साथ जुड़ी होती हैं। इस तरह यह साफ है कि अगर आप कमोडिटी के निवेश की दुनिया में प्रवेश चाहते हैं तो पूरी तैयारी के साथ आइए वरना बड़े नुकसान के लिए तैयार रहिए।
ध्यान दें:
-ट्रांजैक्शन चार्जेज को लेकर सारे तथ्य जरूर परखें।
-ब्रोकरेज को लेकर भी साफगोई से बात करें।
-ब्रोकरेज 0.3 फीसद से करीब एक फीसद तक होता है।
-स्टॉप लॉस का मंत्र गांठ बांध लें।
-जिस कमोडिटी को अच्छी तरह जान लें, उसी में लगाएं पैसा।