ATM में नहीं मिला कैश तो परेशान न हों, ये सुविधा आएगी आपके काम
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते 3 मई तक लॉकडाउन है। यह लॉकडाउन का दूसरा चरण है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते 3 मई तक लॉकडाउन है। यह लॉकडाउन का दूसरा चरण है। पहले चरण में 24 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू था। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए इसे दोबारा बढ़ाया गया है। लॉकडाउन में लोग घरों में कैद हैं, इस दौरान अगर आप भी एटीएम से पैसा निकालने बाहर जा रहे हैं और आपको पैसा नहीं मिल पा रहा तो इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपको हम कैश के अलावा अन्य विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी मदद कर सकते हैं।
प्लास्टिक मनी
प्लास्टिक मनी के चलते कैश पर निर्भरता काफी कम हो गई है। डेबिट और क्रेडिट कार्ड की सहुलियत के चलते लोग कैश के बजाये कार्ड्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। बैंक ट्रांजेक्शन के आधार पर ऑनलाइन सेवाओं पर चार्ज लगाता है। यह चार्जेस हर बैंक के अलग होते हैं। जानिए ऐसी ही नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं के बारे मे-
NEFT/RTGS
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांस्फर (NEFT) पेमेंट सिस्टम फंड टू फंड की सुविधा देता है। इसमें कोई न्यूनतम या अधिकतम राशि की बंदिश नहीं है लेकिन कोई बैंक प्रति ट्रांजेक्शन राशि पर कुछ बाधाएं लगा सकता है। रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) बड़ी राशि के लिए वन टू वन और बिजनेस टू बिजनेस ट्रांस्फर की सुविधा देता है। इसमें ट्रांस्फर रियल टाइम में किया जाता है।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI)
यूपीआई सेवा नेशनल पेमेंट्स बैंकों को कनेक्ट कर फंड ट्रांस्फर में मदद करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए पैसे भेजने और पैस लेने प्राप्त करने वाले दोनों के पास यूपीआई आईडेंटिटी होनी चाहिए। हर बैंक का अलग यूपीआई एप होता है।
Mobile Wallet
मौजूदा समय में मोबाइल वॉलेट का यूज काफी बढ़ गया है। इसके जरिए फोन बिल से लेकर डीटीएच रिचार्ज और सब्जी के बिल के लिए कैब के बिल तक भुगतान किया जा सकता है। मोबाइल वॉलेट में पैसे ट्रांस्फर करने पर कोई चार्ज नहीं है।
Mobile Banking
आप अपने बैंक खाते को बैंक की एप या ब्राउजर से चला सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे आसानी से ऑपरेट किया जा सकता है। यूजर कुछ टैप में ही बैंक की कई सारी सेवाओं का इस्तेमाल कर सकता है।