FY19 में 7.6 फीसद रह सकती है भारत की ग्रोथ रेट: UN रिपोर्ट
यूएन रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 7.5 फीसद रह सकती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष में 7.6 फीसद की दर से बढ़ने का अनुमान है। यह दुनिया में तेजी से बढ़ने वाले देशों में बना रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि मजबूत निजी उपभोग और पूर्व में हुए सुधारों के चलते देश की जीडीपी को समर्थन मिलेगा। लेकिन निजी निवेश में सतत सुधार एक बड़ी चुनौती है। यह जानकारी यूएन की रिपोर्ट में सामने आई है।
2018 की मध्यवर्षीय रिपोर्ट यूएन वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रोस्पेक्ट्स (डब्ल्यूईएसपी) में कहा गया है कि भारत की जीडीपी 7.5 फीसद तक बढ़ सकती है वहीं वित्त वर्ष 2019 में यह 7.6 फीसद के स्तर पर आ सकती है। यह वित्त वर्ष 2017 के 6.7 फीसद से बेहद महत्वपूर्ण सुधार है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया की अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से भारत में ग्रोथ रफ्तार पकड़ रही है, इसे मजूबत निजी उपभोग का समर्थन मिल रहा है। साथ ही वित्तीय रुख में सपोर्ट और पूर्व में हुए सुधार के लाभ भी ग्रोथ में वृद्धि का कारण है। हालांकि पूंजी खर्च से पुनरुद्धार के संकेत देखने को मिल रहे हैं लेकिन अधिक व्यापक और निजी निवेश में सुधार भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन की ग्रोथ रेट सामान्य रहने की उम्मीद है। इसकी वर्ष 2017 में 6.9 फीसद की ग्रोथ रेट जबकि वर्ष 2018 में इसके 6.3 फीसद रहने की उम्मीद की जा रही है। वहीं, रिपोर्ट में वर्ष 2018-19 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 3.2 फीसद रहने की उम्मीद है।