PNB फ्रॉड का असर, मूडीज ने घटाई बैंक की रेटिंग
मूडीज ने पीएनबी की रेटिंग को बीएए3/पी-3 से घटाकर बीए1/एनपी कर दिया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विसेज ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की रेटिंग घटा दी है। बैंक में सामने आए 14,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले की वजह से पूंजी पर पड़े नकारात्मक प्रभाव का हवाला देते हुए एजेंसी ने यह कदम उठाया है। मूडीज ने बैंक की आंतरिक नियंत्रण व्यवस्था को भी कमजोर बताया है। हालांकि, एजेंसी ने बैंक के रेटिंग परिदृश्य को स्थिर रखा है।
मूडीज ने पीएनबी की रेटिंग को बीएए3/पी-3 से घटाकर बीए1/एनपी कर दिया है। इसके साथ ही बैंक के बेस क्रेडिट एसेसमेंट (बीसीए) को भी बीए3 से घटाकर बी1 किया गया है। इस साल फरवरी में पीएनबी ने 11,390 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी वाले एवं अनधिकृत लेनदेन पकड़ने की बात कही थी। बाद में घोटाले की राशि बढ़कर 14,400 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके सहयोगियों ने इस घोटाले को अंजाम दिया था। एजेंसी ने कहा, ‘यह रेटिंग बैंक में सामने आई धोखाधड़ी के नकारात्मक प्रभाव को दर्शाती है।
विशेषरूप से बैंक की पूंजीगत स्थिति पर इसका असर पड़ा है। यह रेटिंग बैंक की कमजोर आंतरिक नियंत्रण व्यवस्था और प्रक्रियाओं को भी दर्शाती है।
PNB को बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घाटा
देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में फरवरी 2018 में भारतीय बैंकिंग के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया था। जब पीएनबी ने पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च 2018) और पिछले वित्त वर्ष के वित्तीय परिणाम जारी किए तो इसने बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घाटा होने की सूचना दी। बैंक को इस तिमाही में 13,417.91 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। रत्न व आभूषण के उद्यमी नीरव मोदी व उसके सहयोगियों ने पीएनबी को कुल 14,356 करोड़ रुपये का चूना लगाया था। कहने की जरूरत नहीं कि इस घोटाले की वजह से बैंक को इतनी बड़ा घाटा हुआ है। घोटाले की राशि का 50 फीसद यानी 7,178 करोड़ रुपये की राशि का समायोजन बैंक को अपने खाते से करना पड़ा है। रही-सही कसर बढ़ते फंसे कर्ज (एनपीए) ने पूरी कर दी है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 260 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।