रुपये में आई ऐतिहासिक गिरावट से चमके आईटी शेयर, जोरदार उछाल की उम्मीद
अमेरिका भारतीय आईटी कंपनियों के लिए सबसे बड़ा बाजार है और रुपये में आई कमजोरी से इन कंपनियों को फायदा मिलेगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रुपये में आई ऐतिहासिक गिरावट ने जहां आर्थिक मोर्चे पर चिंता बढ़ा दी है वहीं एक सेक्टर ऐसा भी है, जिसने कमजोर रुपये के दम पर शानदार छलांग लगाई है। शुक्रवार को रुपये में आई ऐतिहासिक गिरावट ने आईटी शेयरों में जान फूंक दी है। संसद में मोदी सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव के कारण भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही लेकिन इस दौरान आईटी शेयरों में जमकर खरीदारी हुई।
बीएसई में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के शेयरों में जहां तीन फीसद से अधिक की उछाल आई वहीं अन्य आईटी शेयरों मसलन टेक महिंद्रा, माइंडट्री, एचसीएल टेक, टीसीएस और विप्रो के शेयरों में अच्छी खासी तेजी देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि अमेरिका भारतीय आईटी कंपनियों के लिए सबसे बड़ा बाजार है और रुपये में आई कमजोरी से इन कंपनियों को फायदा मिलेगा, जिसके दम पर इन कंपनियों के शेयरों में उछाल आने की उम्मीद है। गुरुवार को 69.05 के निचले स्तर पर बंद होने के बाद शुक्रवार को रुपया 7 पैसे कमजोर होकर 69.12 पर खुला, जो अब तक का सबसे कमजोर स्तर है।
वहीं डॉलर में जुलाई 2017 के बाद से सबसे मजबूत उछाल आई है। डॉलर में आई मजबूती की वजह फेडरल रिजर्व की तरफ से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए आने वाले दिनों में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा है।
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने कहा कि रुपये में आई इस गिरावट का मुख्य कारण ट्रेड वार की तनातनी, डॉलर इंडेक्स में मजबूती, वस्तु एवं सेवा कर संग्रह में गिरावट एवं विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से निकासी रही है।
इसके साथ ही संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ने भी मार्केट सेंटीमेंट को प्रभावित किया है। विश्लेषकों की माने तो आने वाले दिनों में बाजार से फंड निकासी का असर रुपये की सेहत को प्रभावित करता रहेगा।