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साल 2018 की दूसरी छमाही में 7.2 फीसद रह सकती है जीडीपी ग्रोथ: रिपोर्ट

जनवरी-मार्च की तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.7 फीसद रही थी जो सात तिमाहियों का सबसे ऊंचा स्तर रहा

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 01 Aug 2018 12:36 PM (IST)Updated: Wed, 01 Aug 2018 03:59 PM (IST)

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नोमुरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में ठोस आर्थिक वृद्धि देखी जा सकती है, लेकिन आने वाले महीनों में प्रमुख संकेतक मंदी की ओर इशारा कर रहे हैं। ऐसा नोमुरा की एक रिपोर्ट में कहा गया है।

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वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी नोमुरा के मुताबिक भारत में आर्थिक सुधार बढ़ा है और इस वर्ष की दूसरे छमाही में विकास दर को बाधित होने की संभावना है। नोमुरा की रिसर्च नोट में कहा गया, “हमारे इंडिकेटर सुझाव दे रहे हैं कि हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं जहां से अब सुधार शुरू होने वाला है।”  

जनवरी-मार्च की तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.7 फीसद रही थी जो सात तिमाहियों का सबसे ऊंचा स्तर रहा। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन और कृषि क्षेत्र का उत्पादन अच्छा रहने से ही भारतीय अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से बढ़ी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मुश्किल वित्तीय परिस्थितियां, धीमा वैश्विक विकास और व्यापार की प्रतिकूल शर्तें 2018 की दूसरी छमाही में वृद्धि को बाधित कर देगी। नोमूरा ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल जून तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर उच्चस्तर पर रहेगी और उसके बाद यह दूसरी छमाही में घटकर 7.2 फीसद रह जाएगी, जबकि पहली छमाही में यह करीब 7.8 फीसद के स्तर पर रहेगी।


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