भारत की GDP में और सुधार की उम्मीद: फिक्की
देश के विकास परिदृश्य में और सुधार देखने को मिल सकता है और चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 7.5 फीसद की विकास दर से बढ़ने की उम्मीद की जा रही है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत की अर्थव्यवस्था में बढ़त बताते हुए उद्योग संगठन फिक्की ने आज कहा है कि मार्च तिमाही में जीडीपी 7.7 फीसद के स्तर पर रही है जो कि आशावादी तस्वीर दर्शाती है। उसने बताया कि देश के विकास परिदृश्य में और सुधार देखने को मिल सकता है और चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 7.5 फीसद की विकास दर से बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
हालांकि, फिक्की ने चेताया है कि इस दौरान वैश्विक स्तर कच्चे तेल की चाल पर नजर रखने और साथ ही उस गति पर ध्यान देने की जरूरत है जिसपर घरेलू बैंकिंग सेक्टर की सेहत में सुधार आएगा। वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 7.7 फीसद रहना इस बात के संकेत देता है कि भारत की अर्थव्यवस्था अपट्रैंड पर है।
फिक्की के प्रेजिडेंट राशेश शाह ने कहा, “बीते दिन जारी हुए जीडीपी ग्रोथ आंकड़ें देश की अर्थव्यवस्था की आशावादी तस्वीर दर्शाते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर में अपने निवेश को जारी रखेगी ताकि ग्रोथ की गति को आगे चलकर और बढ़ाया जा सके।”
GDP @7.7%, FY18 की चौथी तिमाही में रहा सबसे बेहतर प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी तिमाही (जनवरी से मार्च) में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.7 फीसद रही है, जबकि 7.4 फीसद का अनुमान लगाया गया है। जबकि पिछली तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसद रही थी। वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में जीवीए 6.5 फीसद रहा है। गौरतलब है कि यह जीडीपी ग्रोथ रेट का बीती छह तिमाहियों में सबसे उम्दा प्रदर्शन है। आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष (2017-18) की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी 6.3 फीसद और वहीं पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी रही थी।