दांव पर 20,000 करोड़ रुपये!, वेणुगोपाल धूत की पर्सनल गारंटी भुनाने की तैयारी में बैंक
एसबीआई के आवेदन के मुताबिक कि धूत भाईयों ने कथित तौर पर वादा किया था कि अगर उनकी कंपनी लोन की किस्त चुकाने में सफल नहीं होती है तो वह इसका निजी तौर पर भुगतान करेंगे।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वीडियोकॉन ग्रुप के प्रोमोटर्स वेणुगोपाल धूत और उनके भाई राजकुमार धूत की निजी गारंटी भुनाने के लिए बैंकों ने कर्ज वसूली प्राधिकरण (डीआरटी) का दरवाजा खटखटाया है।
वीडियोकॉन पर बैंकों का 20,000 रुपये से अधिक का कर्ज है। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने धूत की बैंक गारंटी भुनाने की अपील की है क्योंकि धूत भाईयों ने गारंटी भुनाने को लेकर भेजी गई नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है।
एसबीआई के आवेदन के मुताबिक कि धूत भाईयों ने कथित तौर पर वादा किया था कि अगर उनकी कंपनी लोन की किस्त चुकाने में सफल नहीं होती है तो वह इसका निजी तौर पर भुगतान करेंगे। इसी के बाद एसबीआई ने प्राधिकरण का दरवाजा खटखटाया है। खबर के मुताबिक इसके साथ ही आईसीआईसीआई बैंक, आंध्रा बैंक, आईडीबीआई बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी डीआरटी में अपील की है।
एसबीआई वीडियोकॉन ग्रुप की पैरेंट कंपनी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड और 14 अन्य कंपनियों के खिलाफ दीवालिया प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
गौरतलब है कि अगस्त महीने में सुप्रीम कोर्ट ने बैंकों को यह अधिकार दे दिया था कि अगर किसी कंपनी के खिलाफ नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में दीवालिया प्रक्रिया चल रही है तो भी बैंक प्रोमोटर्स की तरफ से दी गई निजी गारंटी को भुना सकते हैं। वीडियोकॉन समूह आरबीआई की तरफ से पिछले साल जारी की गई डिफॉल्टर्स की पहली सूची में शामिल कंपनी है।
खबर के मुताबिक बैंक अगर इस गारंटी को पूरी तरह से भुनाने में कामयाब हो जाते हैं तो भी इससे उन्हें 14,000 करोड़ रुपये तक की वसूली हो पाएगी।
यह भी पढ़ें: हिस्सेदारी बिक्री की खबर के बाद जेट के शेयरों में उछाल, संकट से जूझ रही है कंपनी