Move to Jagran APP

पार्टिसिपेटरी नोट क्या हैं?

पार्टिसिपेटरी नोट को प्रचलित भाषा में पी-नोट कहा जाता है। ये निवेश के ऐसे वित्तीय इंस्ट्रूमेंट्स हैं, जिन्हें बाजार नियामक सेबी के पास रजिस्टर्ड एफआइआइ उन विदेशी निवेशकों को जारी करते हैं जो भारतीय शेयर बाजार में बिना पंजीकरण कराए निवेश करना चाहते हैं।

By Edited By: Published: Mon, 10 Aug 2015 09:13 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2015 09:20 AM (IST)
पार्टिसिपेटरी नोट क्या हैं?

पार्टिसिपेटरी नोट को प्रचलित भाषा में पी-नोट कहा जाता है। ये निवेश के ऐसे वित्तीय इंस्ट्रूमेंट्स हैं, जिन्हें बाजार नियामक सेबी के पास रजिस्टर्ड एफआइआइ उन विदेशी निवेशकों को जारी करते हैं जो भारतीय शेयर बाजार में बिना पंजीकरण कराए निवेश करना चाहते हैं।

loksabha election banner

भारत स्थित ये ब्रोकरेज घरेलू शेयर बाजार में इक्विटी खरीदते हैं और उनके बदले विदेशी निवेशकों को पी-नोट जारी करते हैं। जिन इक्विटी शेयरों के बदले पी-नोट जारी होते हैं उनमें मिलने वाला लाभांश या पूंजीगत लाभ भी विदेशी निवेशकों के हिस्से में जाता है।

यह लगभग अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (एडीआर) व ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट (जीडीआर) की तरह काम करता है, जिनमें निवेशक उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो देश से बाहर के शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होते हैं।
पढ़ेंः यहां जलाए जाते हैं नोट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.