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संसद पर टिकीं बाजार की निगाहें

करीब तीन महीने बाद स्टॉक एक्सचेंजों के सूचकांक ऊंचे स्तर पर पहुंच कर बंद हुए। इसकी वजह रही ग्रीस के संकट का समाधान निकलने की दिशा में बढ़े कदम और ईरान के साथ जी6 देशों का परमाणु समझौता। इन दोनों घटनाओं ने सूचकांकों को करीब तीन फीसद की उड़ान दी।

By Edited By: Published: Mon, 20 Jul 2015 01:01 AM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2015 06:04 AM (IST)
संसद पर टिकीं बाजार की निगाहें

करीब तीन महीने बाद स्टॉक एक्सचेंजों के सूचकांक ऊंचे स्तर पर पहुंच कर बंद हुए। इसकी वजह रही ग्रीस के संकट का समाधान निकलने की दिशा में बढ़े कदम और ईरान के साथ जी6 देशों का परमाणु समझौता। इन दोनों घटनाओं ने सूचकांकों को करीब तीन फीसद की उड़ान दी। यह ऊंचाई और ऊपर हो सकती थी, अगर बैंकों के पास पड़ी विदेशी संपत्तियों के संबंध में लिया गया फैसला और स्पष्ट होता। इसी अस्पष्टता के चलते शुक्रवार को निजी बैंकों के शेयरों में तेज बिकवाली हुई।

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कंपनियों के नतीजों के अनुसार इस सप्ताह बाजार में उठापटक हो सकती है। इसके अलावा संसद का मानसून सत्र भी इसी सप्ताह आरंभ होना है। संसद में होने वाली गतिविधियां भी बाजार को प्रभावित करेंगी। अब तक मुख्य रूप से निजी बैंकों और आइटी कंपनियों के नतीजे आए हैं। ये नतीजे या तो उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं या फिर कुछ ने उम्मीद से अधिक बेहतर प्रदर्शन किया है। इस सप्ताह अल्ट्राटेक सीमेंट सोमवार को, एचडीएफसी बैंकर, हिंदुस्तान यूनीलीवर, आइडिया सेलुलर और एशियन पेंट्स मंगलवार को नतीजे पेश करेंगी।

बजाज ऑटो, ल्यूपिन और विप्रो के नतीजे गुरुवार को आएंगे। जहां तक संसद के मानसून सत्र का सवाल है, यह हंगामेदार रहने की उम्मीद है। इसकी कम उम्मीद है कि यह सत्र लगातार चल पाए। इसमें बाधाएं आती रहेंगी। विपक्ष सरकार को व्यापम और भूमि अधिग्र्रहण विधेयक को लेकर घेरेगा। सरकार की तरफ से इस सत्र में आठ नए बिल और 11 लंबित विधेयकों पर चर्चा की शुरुआत की जानी है। इनमें भूमि अधिग्रहण और जीएसटी बिल शामिल हैं। सत्र 13 अगस्त तक चलना है।

बीते सप्ताह मानसून की रफ्तार ज्यादातर क्षेत्रों में धीमी रही। इसके चलते मानसून की बारिश में छह फीसद की कमी आई है। एफआइआइ पर लगने वाले मैट पर विचार करने को लेकर बनी एपी शाह समिति की रिपोर्ट पर भी बाजार की नजरें हैं। उम्मीद है कि इस सप्ताह समिति रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी। वैश्विक संकेतों स्तर पर बुधवार को अमेरिका में घरेलू होम सेल्स और कच्चे तेल की इन्वेंट्री के आंकड़े आएंगे। अगले दिन अमेरिका से ही बेरोजगारी के दावों केआंकड़े जारी होंगे। बाजार के लिए ये आंकड़े इसलिए महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि ये दुनिया के बाजारों को प्रभावित करते हैं।
संदीप पारवाल
एमडी
एसपीए
कैपिटल्स

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