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महिलाओं का जीवन बीमा: जरूरी सवाल

महिलाएं अपना और प्रियजनों का भविष्य जीवन बीमा की मदद से सुरक्षित कर सकती हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि आखिर बीमा में निवेश क्यों जरूरी है, उन्हें कौन सी पॉलिसी खरीदनी चाहिए। इस संबंध में सबसे खराब स्थिति गृहणियों की है। उन्हें जो जैसा समझा देता है, वे उस्

By Edited By: Published: Sun, 06 Apr 2014 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 07 Apr 2014 10:42 AM (IST)
महिलाओं का जीवन बीमा: जरूरी सवाल

महिलाएं अपना और प्रियजनों का भविष्य जीवन बीमा की मदद से सुरक्षित कर सकती हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि आखिर बीमा में निवेश क्यों जरूरी है, उन्हें कौन सी पॉलिसी खरीदनी चाहिए। इस संबंध में सबसे खराब स्थिति गृहणियों की है। उन्हें जो जैसा समझा देता है, वे उसे ही मान लेती हैं।

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जीवन बीमा के फायदों से हम सभी परिचित हैं। इस विषय में बहस की गुंजाइश नहीं है कि किस तरह यह जिंदगी के उथल-पुथलभरे दौर में हमें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन ज्यादातर महिलाएं इससे अनजान हैं। बहुत कम महिलाओं को यह मालूम है किस तरह वे अपना और अपने प्रियजनों का भविष्य जीवन बीमा की मदद से सुरक्षित कर सकती हैं। खासकर जब प्रश्न इससे जुड़े आर्थिक सवालों का हो तो औरतें पशोपेश में पड़ जाती हैं। उन्हें पता नहीं होता कि आखिर जीवन बीमा में निवेश क्यों जरूरी है, उन्हें कौन सी पॉलिसी खरीदनी चाहिए। यदि पॉलिसी ले रखी है तो उनके लिए यह बता पाना मुश्किल होता है कि इस पर किस तरह निगरानी रखी जाए। इस संबंध में सबसे ज्यादा खराब स्थिति गृहणियों की है। उन्हें जो जैसा समझा देता है वे उसे ही मान लेती हैं और विवेकपूर्ण निर्णय नहीं ले पातीं। यहां हम जीवन बीमा से संबंधित ऐसे पांच सवालों का जिक्र कर रहे हैं, जिनके जवाब हर महिला को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए :

जीवन बीमा में निवेश क्यों करें:

इसका सबसे आसान जवाब है कि किसी भी महिला को अपनी वित्तीय भलाई सुनिश्चित करने के लिए जीवन बीमा का चुनाव करना चाहिए। क्योंकि जीवन बीमा का आवधिक भुगतान आड़े वक्त के खर्चो में मदद करता है। जैसे कि आश्रित माता-पिता की देखभाल, बच्चों की शिक्षा व उनकी शादी के खर्च तथा खुद की पेंशन आदि के लिए। हालांकि यह पर्याप्त नहीं है। जीवनकाल में नियमित आय के माध्यम से परिवार के लिए आर्थिक मदद प्रदान करने के अलावा एक अच्छा जीवन बीमा बीमाधारक की मौत पर भी परिवार को समान वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

कितने बीमा की जरूरत है:

बीमा कवर का निर्धारण बीमित व्यक्ति की आमदनी व उसके परिवार के भविष्य में संभावित खर्चो के आधार पर किया जाना चाहिए। एक सामान्य नियम है कि वार्षिक आय का आठ से दस गुना बीमा कवर लेना चाहिए। कवर का निर्धारण करते समय भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम, बकाया ऋण, मौजूदा संपत्तियों के मूल्य, निवेश प्रारंभ करते वक्त उम्र, बच्चों की संख्या व उनकी आयु पर विचार करने की आवश्यकता होती है।

कई कामकाजी महिलाएं एक आम गलती करती हैं। यह है नियोक्ता द्वारा उपलब्ध कराई गई बीमा कवरेज पर पूरी तरह निर्भरता। अधिकतर नियोक्ता समूह जीवन बीमा कवरेज प्रदान करते हैं और महिलाएं यह समझने में असमर्थ रहती हैं कि नौकरी छोड़ने के बाद इस प्रकार के जीवन बीमा उनकी कोई मदद नहीं करते। नौकरी में परिवर्तन अप्रत्याशित रूप से कभी भी हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि नियोक्ता द्वारा दी गई बीमा पॉलिसी से इतर भी अलग से जीवन बीमा कवरेज प्राप्त किया जाए।

आजकल ऐसे कई ऑनलाइन पत्र व कैलकुलेटर उपलब्ध हैं, जिनसे महिलाएं जान सकती हैं कि उन्हें कितनी बीमा सुरक्षा की जरूरत है। साथ ही, भविष्य की आवश्यकताओं के मद्देनजर क्या उचित रहेगा।

कौन सी बीमा पॉलिसी खरीदें:

हर व्यक्ति की जरूरतें दूसरे से अलग होती हैं। इसलिए सबके लिए एक आदर्श बीमा पॉलिसी की अवधारणा अब प्रासंगिक नहीं है। फिर भी एक स्त्री के पास एक दीर्घकालिक योजना होनी चाहिए। संपूर्ण जीवन कवर एक ऐसा उत्पाद है, जो पूरे जीवन के लिए आय के नियमित प्रवाह के भरोसे के साथ-साथ एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करता है। ऐसा बीमा कवर कई तरह के लाभ व विकल्प प्रदान करता है। जैसे कि प्रीमियम भुगतान की सीमित अवधि, संपूर्ण जीवन के लिए बीमा कवर, नकदी आवश्यकता के लिए मनीबैक व सेवानिवृत्ति के बाद जीवन में वित्तीय स्वतंत्रता की सुविधा। एक अन्य महत्वपूर्ण लाभ यह है कि आपके बुढ़ापे के दौरान किसी तरह के कर्ज की जरूरत को भी यह पूरा करता है। जहां अन्य उपाय काम नहीं आते, वहां जीवन बीमा कवर विशेष रूप से उपयोगी है। इसके अलावा एक महिला को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी चिकित्सा संबंधी जरूरतों के लिए जीवन बीमा के साथ एक हेल्थ पॉलिसी भी मौजूद हो।

क्या जीवन बीमा निवेश की समीक्षा जरूरी है:

जीवन के विभिन्न दौरों या हालात में बीमा पॉलिसी में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है। एक शादीशुदा महिला व एक ऐसी महिला जिसके ऊपर अब बच्चों की जिम्मेदारी नहीं है, दोनों की जरूरतें अलग-अलग होंगी। लिहाजा इनके लिए जीवन बीमा पॉलिसी भी अलग होगी। हालात बदलने पर पॉलिसी में लाभार्थियों को जोड़ने या हटाने की आवश्यकता पड़ सकती है। अगर महिला ने बड़ा ऋण प्राप्त कर किसी महंगी संपत्ति में निवेश किया है तो ऐसे में उसे अतिरिक्त कवरेज के साथ एक नई पॉलिसी की जरूरत पड़ सकती है। अत: यह जरूरी है कि पॉलिसी की समय-समय पर समीक्षा करते रहा जाए, ताकि उससे जुड़ी बातों की स्पष्ट जानकारी रहे।

क्या गृहणियों को बीमा में निवेश करना चाहिए :

अगर औरत नौकरीपेशा नहीं है और एक गृहणी है, तो आम धारणा है कि उसे जीवन बीमा की जरूरत नहीं है। यह धारणा एकदम गलत है। हर गृहणी को खुद को आर्थिक रूप से अधिक स्थिर बनाने व परिवार को अधिक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए बीमा लेना चाहिए। इसके लिए आज बाजार में ढेर सारे विकल्प मौजूद हैं। जैसे कि संयुक्त जीवन बीमा, जो कर्ज संबंधी देनदारी, इलाज के खर्चो आदि के लिए वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने का प्रभावी समाधान है। खासकर बेरोजगार आश्रितों जैसे बच्चों की वित्तीय सुरक्षा के लिए यह अत्यंत उपयोगी है।

जसलीन कोहली

एसवीपी एवं हेड ऑपरेशंस, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस


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