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निगेटिव एरिया के नाम पर न मिले होम लोन तो क्या करें?

होम लेने वालों को कई बार बैंक अधिकारी यह कह कर लोन देने से मना कर देते हैं कि अमुक एरिया उनकी निगेटिव लिस्ट में है। आपको बता दें कि बैंकिंग जगत में निगेटिव एरिया जैसा कोई टर्म होता ही नहीं। हां, कुछ निजी बैंकों की वेबसाइट पर आपको ऐसे शब्द जरूर मिल जाएंगे

By Edited By: Published: Mon, 01 Apr 2013 01:49 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
निगेटिव एरिया के नाम पर न मिले होम लोन तो क्या करें?

नई दिल्ली। होम लेने वालों को कई बार बैंक अधिकारी यह कह कर लोन देने से मना कर देते हैं कि अमुक एरिया उनकी निगेटिव लिस्ट में है। आपको बता दें कि बैंकिंग जगत में निगेटिव एरिया जैसा कोई टर्म होता ही नहीं। हां, कुछ निजी बैंकों की वेबसाइट पर आपको ऐसे शब्द जरूर मिल जाएंगे। जानकार मानते हैं कि बैंकों ने अपनी सहूलियत और अपने अनुभव के आधार पर निगेटिव प्रोफाइल और निगेटिव एरिया जैसे शब्द अपने बिजिनेस मॉडल में शामिल किए हैं।

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कुछ बैंक वकील, पत्रकार, पुलिस वगैरह को लोन देने से कतराते हैं और कुछ बड़े निजी और विदेशी बैंक छोटे इलाकों को अपने लिए निगेटिव मानकर चलते हैं। ऐसे में एक बात तय है कि-निगेटिव एरिया-या- निगेटिव प्रोफेशन- जैसे शब्द बैंकों ने अपने बिजनेस प्रोफाइल के लिए बनाए हैं। अगर कोई बैंक आपसे केवल इस आधार पर आपको लोन नहीं देता कि एरिया निगेटिव जोन में है, तो उसके दो मतलब हो सकते हैं।

पहली वाजिब वजह यह हो सकती है कि जिस इलाके में बैंक लोन नहीं कर रहा है, उसमें सरकारी एजेंसी की ओर से कोई अड़चन लगाई गई हो सकती है। अगर किसी इलाके में जमीन या फ्लैट की रजिस्ट्री पर रोक लगी हुई है या किसी प्रोजेक्ट में विद्युत विभाग, अग्निशमन विभाग अथवा ऐसी कोई दूसरी एजेंसी की अऩुमति नहीं मिल पाई है तो संभव है कि बैंक ने उस प्रोजेक्ट या इलाके को कुछ समय के लिए निगेटिव लिस्ट में डाल दिया हो। अगर बैंक आपको यह वजह दे रहा है तो एक तरह से वह आपकी मदद कर रहा है। हो सकता है कि बैंक के पास अमुक बिल्डर या अमुक इलाके के बारे में आपसे ज्यादा जानकारी मौजूद है, वह बिल्डर के प्रोजेक्ट व उसकी स्थिति के बारे में आपसे ज्यादा जानकारी रखता है और इसीलिए लोन नहीं दे रहा। तो आपके लिए अच्छा है कि आप ऐसे प्रोजेक्ट को लेकर सावधान हो जाएं।

लेकिन अगर आप अपने मकान या फ्लैट की कानूनी स्थिति को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं और उस इलाके में पक्की रजिस्ट्री भी हो रही है तो ऐसी कोई वजह नहीं जिससे कोई बैंक आपको लोन देने से मना करें। यहां आपको ध्यान देना होगा कि कुछ निजी क्षेत्र के बैंक सरकारी बैंकों की अपेक्षा ज्यादा एग्रेसिव होते हैं। ये बैंक हर इलाके और हर प्रोजेक्ट को लोन दे रहे होते हैं। आपको ऐसे बैंकों से भी सावधान रहना होगा, क्योंकि बाद में कोई परेशानी आने पर बैंक सारी जिम्मेदारी आप पर डाल अपने लोन की रिकवरी का दवाब बना सकता है, क्योंकि बैंक के लिए उसका बिजिनेस अहम है, आपकी परेशानी नहीं। लेकिन अगर कोई सार्वजनिक बैंक निगेटिव एरिया के नाम पर लोन नहीं दे रहा है तो आप वड़ी शालीनता के साथ उससे इसकी वजह पूछें। फिर भी अगर आपको परेशानी हो रही है तो होम लोन देने वाली कंपनियां (हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां- एचएफसी) आपकी मदद के लिए आगे आ सकती हैं। एचएफसी होम लोन की विशेषज्ञ होती हैं। इसलिए उनसे लोन मिलने में आसानी भी होती है। तो अपने और अपने गारंटर के सारे दस्तावेज इकज्ञ कर एक से ज्यादा बैंक व एचएफसी के संपर्क में रहें। आपको जरूर फायदा होगा।


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