होम इंश्योरेंस से कराएं मकान की सुरक्षा
आजकल हर व्यक्ति महंगा मकान खरीद रहा है। ऐसे में उसे सुरक्षित रखने के लिए एक अच्छी होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले लेने में ही समझदारी है ज्यादातर लोगों के लिए मकान मालिक बनने से ज्यादा गर्व की कोई अन्य बात नहीं होती। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसके पास
आजकल हर व्यक्ति महंगा मकान खरीद रहा है। ऐसे में उसे सुरक्षित रखने के लिए एक अच्छी होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले लेने में ही समझदारी है
ज्यादातर लोगों के लिए मकान मालिक बनने से ज्यादा गर्व की कोई अन्य बात नहीं होती। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसके पास अपना खुद का एक सुंदर मकान हो। लेकिन सामान्य आय के बूते मकान मालिक बनना संभव नहीं है। फिर मकान को घर बनाने व उससे वांछित संतोष हासिल करने में सालों-साल लग जाते हैं। अधिकांश लोग अपना मकान हासिल करने के लिए जीवन की तमाम पूंजी खपा देते हैं। मगर उसे सुरक्षित रखने के लिए उसका बीमा कराने की जरूरत बहुत कम लोगों को समझ में आती है।
आवास बीमा के कई पैकेज मौजूद
आजकल बाजार में होम इंश्योरेंस यानी आवास बीमा के कई पैकेज उपलब्ध हैं। इनमें मकान से जुड़े जोखिमों जैसे कि आग, चोरी, डकैती बाढ़, भूकंप व अन्य प्राकृतिक आपदाओं को कवर करने की व्यवस्था होती है। इन पॉलिसियों के तहत कवर किए जाने वाली विभिन्न मुसीबतों में न केवल प्राकृतिक आपदाएं शामिल होती है, बल्कि दंगा-फसाद, हड़ताल वगैरह से होने वाले नुकसान की भरपायी का इंतजाम भी होता है। इन योजनाओं के तहत मकान के ढांचे के साथ-साथ जेवर, फर्नीचर व कांच वगैरह की जल्द टूटने वाली वस्तुएं, इलेक्ट्रॉनिक्स व बिजली के उपकरण तथा पोर्टेबल सामान शामिल हैं।
हाउसहोल्डर या फायर पॉलिसी
एक आम हाउसहोल्डर या फायर इंश्योरेंस पॉलिसी की कवरेज की सीमाएं होती है, क्योंकि यह केवल मकान के निर्माण की लागत को ही कवर करती है। कल्पना कीजिए, आपके पास 75 लाख रुपये के बाजार मूल्य वाला ऐसा मकान है, जिसके निर्माण पर 35 लाख रुपये खर्च हुए थे। अचानक वायरिंग या किसी अन्य खराबी की वजह से मकान में आग लग जाती और उसे भारी क्षति पहुंचती है।
ऐसे में बीमा कंपनी आपको महज 35 लाख रुपये का भुगतान करेगी, क्योंकि यही मकान की मूल लागत है। यह स्थिति उन लोगों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है, जो बहुमंजिला इमारतों में रहते हैं। क्योंकि इमारत के धराशायी होने की स्थिति में उनके लिए अपने स्वामित्व अधिकार को साबित करना कठिन होता है। इसके अलावा जब तक इमारत की मरम्मत या पुनर्निर्माण नहीं हो जाता, तब तक के लिए उन्हें वैकल्पिक आवास का इंतजाम करना पड़ता है।
भारत में बेहद सीमित पहुंच
मकान बनाने में लगने वाली अपनी तमाम आमदनी व बचत को सुरक्षित करने के लिए होम इंश्योरेंस एक महत्वपूर्ण औजार है। इसके बावजूद अभी तक भारत में इसकी पहुंच महज एक फीसद से भी कम है। यह मोटर या हेल्थ बीमा के मुकाबले काफी पीछे है। इसका कारण समझने के लिए बजाज आलियांज ने एक सर्वे कराया। इससे लोगों की अपेक्षाओं के अलावा उन बातों का पता चला, जो उन्हें आवास बीमा की ओर आकर्षित होने से रोकती हैं।
लोगों को है इसकी कम जानकारी
सर्वे में पाया गया कि होम इंश्योरेंस के अल्प विस्तार की प्रमुख वजह लोगों को इसके बारे में जानकारी न होना है। बाजार में आवास बीमा उत्पादों की उपलब्धता के बावजूद उन्हें समझने व खरीदने में कठिनाई दूसरा बड़ा कारण है। यह भी मालूम पड़ा कि ग्राहकों को एक ऐसे उत्पाद की जरूरत है, जो न केवल उनके मकान की सही कीमत लगाए बल्कि मकान की तमाम चीजों व सामानों को भी उचित मूल्य पर कवर करे। इसी को ध्यान में रखते हुए एक सरल, समग्र व सभी प्रकार के जोखिमों को कवर करने वाली एक ऐसी होम इंश्योरेंस पॉलिसी तैयार की गई है जिसे खरीदना आसान है।
नई चीजें खरीदने का भी विकल्प
पॉलिसी की दूसरी बड़ी खासियत यह है कि इसमें मकान बदलने के दौरान के उपकरणों, जेवर, कलाकृतियों व पोर्टेबल आइटमों को होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति को भी कवर किया जाता है। जहां मौजूदा पॉलिसियों में नष्ट वस्तुओं की लागत भर प्रदान की जाती है। वहीं, इसमें नई वस्तुएं खरीदने का विकल्प भी उपलब्ध है। ऐसे में पॉलिसी का प्रीमियम भी अलग हो सकता है। मसलन, 75 लाख रुपये के मकान पर तीन वर्ष की होम इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के लिए 7,231 रुपये यानी 2,410 रुपये सालाना प्रीमियम लग सकता है।
बीमा दे मकान का बाजार मूल्य
इस होम इंश्योरेंस प्लान से ग्राहक को अपनी संपत्ति का स्वीकार्य या बाजार मूल्य पर बीमा कराने का अवसर प्राप्त होता है। इसका अर्थ हुआ कि नुकसान की स्थिति में बीमा कंपनी महज ढांचे की लागत प्रदान करने के बजाय मकान का बाजार मूल्य देगी। हालांकि मकान की लागत के आधार पर बीमा कराने का विकल्प भी प्रदान किया जाता है। मकान का बाजार मूल्य मिलने से आप अपनी नष्ट हुई संपत्ति का पुनर्निर्माण कर सकते हैं। या फिर उसी इलाके में एक नया मकान खरीद सकते हैं।
प्रवीन छाजेड़
वाइस प्रेसीडेंट-क्लेम्स,
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस