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ग्राहक सेवा की गुणवत्ता का नया स्तर बनाएंगे

-नई सरकार के विगत पांच महीनों के कामकाज का जीवन बीमा कारोबार पर क्या असर पड़ा है? जीवन बीमा कारोबार के लिए पिछले तीन से चार साल काफी खराब रहे थे। आर्थिक विकास दर काफी सुस्त रही थी, शेयर बाजार भी स्थिर रहा था, बीमा क्षेत्र में नियमन को लेकर बहुत सारा विवाद

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 13 Oct 2014 12:51 AM (IST)Updated: Mon, 13 Oct 2014 05:27 AM (IST)
ग्राहक सेवा की गुणवत्ता का नया स्तर बनाएंगे

-नई सरकार के विगत पांच महीनों के कामकाज का जीवन बीमा कारोबार पर क्या असर पड़ा है?

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जीवन बीमा कारोबार के लिए पिछले तीन से चार साल काफी खराब रहे थे। आर्थिक विकास दर काफी सुस्त रही थी, शेयर बाजार भी स्थिर रहा था, बीमा क्षेत्र में नियमन को लेकर बहुत सारा विवाद था। ऐसे हालात में नई सरकार के आने के बाद एक स्थिरता बनी है। सरकार की नीतियों से हर तरफ सकारात्मक असर हो रहा है। लेकिन इस सकारात्मक असर का वास्तविक तौर पर परिणाम में तब्दील होने का इंतजार किया जा रहा है। सरकार ने बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा 26 फीसद से बढ़ा कर 49 फीसद करने का वादा भी किया है। इन फैसले को भी अमल में लिया जाना शेष है। वैसे भी जीवन बीमा कारोबार में छह महीना या एक वर्ष बहुत मायने नहीं रखता। मुझे लगता है कि अगले तीन से चार वर्ष के बाद का समय भारतीय बीमा कारोबार के लिए बहुत ही अच्छा रहेगा।

-आपकी कंपनी जीवन बीमा पॉलिसी लेने वाले ग्राहकों को क्या ऑफर कर रही है?

हमारी कंपनी अपेक्षाकृत नई है। लेकिन हमारी पूरी कोशिश ग्राहकों के भरोसे को जीतने की है। पिछले तीन से चार वर्षो में बीमा कारोबार में जो हुआ है, उससे सबसे ज्यादा नुकसान ग्राहकों के भरोसे को हुआ है। मैं आपको बताना चाहूंगा कि हम देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल ही नहीं रहे। हां, हम ग्राहकों की पसंदीदा कंपनी जरूर बनना चाहते हैं। हाल ही में हमने आठ दिनों के भीतर ग्राहकों के क्लेम का भुगतान करने की बात कही है। हमारी पॉलिसी है कि आठ दिनों के भीतर भुगतान नहीं होने पर हम उसके बाद हर दिन आठ फीसद की दर से ब्याज देते हैं। यह जीवन बीमा कारोबार में सेवा की गुणवत्ता का नया स्तर सेट कर रहा है। इसी तरह से शिकायतों को निपटाने में हमारा रिकॉर्ड अन्य सभी कंपनियों से बेहतर है। अभी ग्राहकों की शिकायतों का निपटान 11 दिनों में किया जा रहा है। हम इसे घटाकर छह दिनों के भीतर करना चाहते हैं। यह काम बहुत जल्द ही कर दिया जाएगा। उन उपायों से हमें उम्मीद है कि ग्राहकों के बीच हमारी अलग पहचान बनेगी।

-किस तरह की पॉलिसी आप बाजार में ला रहे हैं?

इस समय हमारी 11 पालिसियां हैं। हमारे पास लगभग हर क्षेत्र की बीमा पॉलिसी है। बच्चों की सुरक्षा से संबंधित हमारी तीन पालिसियां हैं। चार समूह बीमा हैं। लेकिन आने वाले दिनों में हम कुछ अन्य बीमा पॉलिसियां भी लाने वाले हैं। एक पॉलिसी के साथ दूसरी पॉलिसी को जोड़कर देने पर हम खास ध्यान देंगे। मसलन, अगर कोई होम लोन लेता है तो हम उसके साथ होम लोन कवरेज के लिए बीमा भी देंगे। इस तरह की पॉलिसियों पर काम चल रहा है। हम बैंक ग्राहकों को उनकी सावधि जमा या अन्य बैंकिंग स्कीमों पर भी बीमा सुविधा देने पर विचार कर रहे हैं। हमारी कंपनी के दो बड़े हिस्सेदार बैंक हैं आइडीबीआइ व फेडरल बैंक। इन दोनों बैंकों के ग्राहकों के पास काफी संभावनाएं हैं। हम यूनिट लिंक्ड बीमा पॉलिसियों पर भी ध्यान दे रहे हैं।

-जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने वालों को आप क्या सलाह देंगे?

जीवन बीमा पॉलिसी लेने से पहले दो बातों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। पहला, यह कोई रिटर्न कमाने वाला निवेश विकल्प नहीं है। इसलिए, अगर आपकी जरूरत तीन साल या पांच साल तक के लिए है तो कृपया जीवन बीमा पॉलिसी से दूर रहिए। दूसरी बात अपनी पूरी जरूरत का आकलन करने के बाद ही जीवन बीमा करवाएं। जीवन बीमा का उद्देश्य बीमित व्यक्ति के नहीं रहने पर उसके परिवार के लोगों को हर तरह की वित्तीय परेशानी से बचाना है। मसलन, बीमा ही एक ऐसा वित्तीय विकल्प है जो बीमित व्यक्ति के नहीं रहने पर उसके बच्चों की शादी या पढ़ाई का पूरा पूरा ख्याल रख सकता है।

विग्नेश शहाणे

सीईओ, आइडीबीआइ फेडरल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी

पढ़ें: जीवन बीमा पॉलिसियों को लेकर मिथक


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