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नया माहौल देगा ग्राहकों को ज्यादा विकल्प

निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के डायरेक्टर व हेड (प्रोडक्ट सोल्यूशंस) वी विस्वानंद मानते है कि इरडा के नए दिशानिर्देश का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आम ग्राहकों के पास ऐसे उत्पादों के विकल्प होंगे, जो अभी तक नहीं थे। दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता जयप्रका

By Edited By: Published: Sun, 05 Jan 2014 07:07 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jan 2014 07:07 PM (IST)

निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के डायरेक्टर व हेड (प्रोडक्ट सोल्यूशंस) वी विस्वानंद मानते है कि इरडा के नए दिशानिर्देश का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आम ग्राहकों के पास ऐसे उत्पादों के विकल्प होंगे, जो अभी तक नहीं थे। दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता जयप्रकाश रंजन के साथ बातचीत में विस्वानंद ने ग्राहकों को अपनी जरूरत के हिसाब से ही पॉलिसी खरीदने की सलाह दी।

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-एक जनवरी, 2013 से लागू नए जीवन बीमा दिशानिर्देशों को लेकर आपकी कंपनी की क्या तैयारी है?

मेरे ख्याल से यह बहुत ही अच्छा मौका है कि जीवन बीमा कंपनियां अभी तक के अपने प्रदर्शन का आकलन करें और आगे के लिए अपनी रणनीति को आकार दें। यह चुनौतियों के साथ ही बीमा कंपनियों के लिए कई मौके भी देगा। हमारी कंपनी ने भी पिछले कई वर्षो के अनुभव के आधार पर इन दिशानिर्देशों के मुताबिक अपने आपको नए सिरे से तैयार किया है। कर्मचारियों, एजेंटों को नए सिरे से प्रशिक्षित किया गया है। जीवन बीमा पॉलिसियों को नए सिरे से तैयार किया गया है। वितरण नेटवर्क को भी नए माहौल के हिसाब से तैयार किया गया है। पिछले हफ्ते ही हमने 20 नई पॉलिसियों को एक साथ लांच किया है। उम्मीद है कि ग्राहकों को ये पॉलिसियां बहुत पसंद आएंगी।

-नया माहौल आम ग्राहकों को कैसे फायदा पहुंचाएगा?

बीमा विनियामक व विकास प्राधिकरण (इरडा) ने ग्राहकों के हितों को भी तरजीह देते हुए नए दिशानिर्देश तैयार किए। ग्राहकों को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि उन्हें ऐसी जरूरतों के मुताबिक, भी बीमा पॉलिसी मिल सकेगी जिसके बारे में अभी तक उन्होंने सोचा नहीं था। मसलन, हमने एक ऐसी टर्म पॉलिसी लांच की है जो बीमित व्यक्ति को एकमुश्त राशि नहीं, बल्कि मासिक किस्तों में भुगतान का विकल्प देती है। हमने अपने अनुभव में पाया कि टर्म पॉलिसी लेने वाले की अगर दुर्भाग्य से मौत हो जाती है तो उसकी पत्नी या अन्य आश्रित को एकमुश्त राशि दी जाती है, जो कई बार यूं ही खर्च हो जाती है। इसका समाधान हमारी नई पॉलिसी से हो सकेगा। इसी तरह से एक नई पॉलिसी के जरिये हमने कोशिश की है कि जीवन बीमा पर रिटर्न को महंगाई दर से बेहतर बनाया जाए। इसके तहत ग्राहकों को हर वर्ष अपने प्रीमियम में पांच फीसद की वृद्धि करने का विकल्प दिया गया है, ताकि जब परिपक्वता अवधि पर उन्हें जो राशि मिले वह कम से कम महंगाई दर के हिसाब से ज्यादा आकर्षक लगे।

-नए माहौल में ग्राहकों को बीमा पॉलिसी को लेकर किस तरह फैसला करना चाहिए?

नए दिशानिर्देशों के बाद ग्राहकों के पास विकल्पों का अभाव नहीं होगा। लेकिन उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। यह लंबी अवधि का मामला है, इसलिए निवेश के फैसले हड़बड़ाहट में नहीं होने चाहिए। सबसे पहले तो अपनी जरूरत देखनी चाहिए। इसके तहत जीवन के जिन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए पॉलिसी करवानी है, उनकी ठीक तरह से पहचान होनी चाहिए। इसके बाद इन जरूरतों और लक्ष्यों को पूरा करने वाली तमाम बीमा पॉलिसियों की आपस में तुलना कर यह लगाना चाहिए लागत और सेवा के हिसाब से किस कंपनी की पॉलिसी उपयुक्त है। अगर संभव हो कि बीमा एजेंटों से बात करना भी सही रहेगा, क्योंकि अब एजेंट किसी को बरगला नहीं सकते। उसके बाद ही जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने का फैसला होना चाहिए।

वी विस्वानंद,

डायरेक्टर व हेड (प्रोडक्ट सोल्यूशंस)

मैक्स लाइफ इंश्योरेंस


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