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बाजार में आ जाएंगी कई नई साधारण बीमा पॉलिसियां

साधारण बीमा के अपने देश में लोकप्रिय नहीं होने के पीछे मुख्य कारण यह है कि लोगो को इसकी खासियत के बारे में मालूम नहीं है। अधिकांश लोगों को दुर्घटना, अग्नि या यहां तक की स्वास्थ्य बीमा की जरूरत को खास तवज्जो नहीं देते।

By Edited By: Published: Sun, 09 Nov 2014 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 09 Nov 2014 08:05 PM (IST)

साधारण बीमा भारत में अभी तक लोकप्रिय क्यों नहीं हो पाया है?

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साधारण बीमा के अपने देश में लोकप्रिय नहीं होने के पीछे मुख्य कारण यह है कि लोगो को इसकी खासियत के बारे में मालूम नहीं है। अधिकांश लोगों को दुर्घटना, अग्नि या यहां तक की स्वास्थ्य बीमा की जरूरत को खास तवज्जो नहीं देते। अब जाकर स्वास्थ्य बीमा को लेकर कुछ जागरूकता बढ़ी है, लेकिन अन्य बीमा को लेकर अभी काफी काम करने की जरूरत है। वैसे पिछले कुछ वर्षों में हालात बदले हैं। उम्मीद है कि आगे और तेजी से बदलेंगे। हाल के दिनों में देश में कई प्राकृतिक आपदाएं आई हैं।

उत्तराखंड का हादसा, उसके बाद जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की स्थिति और फिर कैटरीना और नीलोफर जैसे चक्रवात। इसमें मीडिया भी अहम भूकिका निभा रही है। लोगों को पता चल रहा है कि प्राकृतिक आपदाओं से कितना नुकसान हो सकता है। जीवन भर की जमा-पूंजी खत्म हो सकती है। इससे सुरक्षा के लिए साधारण बीमा को लेकर अब लोगों ने सोचना शुरू किया है। साथ ही, लोगों की आय भी पहले के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है। इससे भी लोगों ने घर का बीमा करवाना शुरू कर दिया है।

साधारण बीमा उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए और क्या किया जा सकता है?

बीमा क्षेत्र को सरकार से जैसी मदद मिलनी चाहिए वैसी नहीं मिल रही है। मेरा मानना है कि सरकार को स्कूल व कॉलेजों से ही छात्रों के बीच समूचे बीमा क्षेत्र और खास तौर पर साधारण बीमा के बारे में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। ज्यादा लोग जब बीमा करवाना शुरू करेंगे तो इसका फायदा सभी को मिलेगा।

बीमा कंपनियां नए तरह के उत्पाद बाजार में लेकर आएंगी। इससे ग्राहकों को ज्यादा फायदा होगा। साथ ही, इससे उत्पाद तैयार करने की लागत भी कम होगी। जाहिर है कि इससे बीमा उत्पादों की कीमतों पर भी अच्छा असर पड़ेगा। लेकिन आज जिस तरह जीवन में अनिश्चितता बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए हर व्यक्ति को साधारण बीमा सुरक्षा कवरेज लेनी चाहिए। सरकार के भरोसे नहीं रहना चाहिए।

स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में देश में कैसा बदलाव होता देख रहे हैं आप?

स्वास्थ्य बीमा साधारण बीमा कारोबार का सबसे अहम हिस्सा बन गया है। अच्छी बात यह है कि हेल्थ बीमा में काफी अच्छी प्रतिस्पर्धा चल रही है। इसका फायदा ग्राहको को मिल रहा है। आज बाजार में सैकड़ों स्वास्थ्य बीमा के उत्पाद है, जिसे ग्राहक अपनी जरूरत के मुताबिक खरीद सकता है।

हर तरह के पॉकेट के लिए हेल्थ बीमा है। कंपनियों व अस्पतालों के बीच तालमेल पहले से बेहतर हुआ है। सरकार की नीतियां न सिर्फ पहले से पारदर्शी हुई हैं, बल्कि प्रोत्साहन भी दिया गया है। बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि लोगों के बीच स्वास्थ्य बीमा को लेकर जागरूकता भी काफी बढ़ गई है।

स्वास्थ्य बीमा को लेकर आपकी कंपनी की क्या योजना है?

टाटा एआइजी जनरल इंश्योरेंस ने हाल ही में हेल्थ बीमा क्षेत्र में तीन नई पॉलिसियां पेश की हैं। इनके नाम हैं मेडीपल्स, मेडीसीनियर व मेडीरक्षा। ये तीनों पॉलिसियां तीन अलग-अलग वर्गों को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं। मेडीपल्स समाज के हर वर्ग के लिए है, जबकि मेडीसीनियर को विशेष तौर पर बुजुर्गों (61 वर्ष से ऊपर) के लिए है। जबकि मेडीरक्षा को हमने खास तौर पर ग्रामीण जनता और गैर-शहरी जनता के लिए बनाया है।

इन तीनों उत्पादों की अपनी-अपनी खासियत है, जो कहीं और नहीं मिलेगी। मसलन, मेडीसीनियर की पालिसी एक बार करवाने के बाद इसे हमेशा रिन्यूअल की गारंटी दी जाती है। कई कंपनियां बुजुर्गों को हेल्थ बीमा देने में काफी आनाकानी करती हैं, लेकिन इस पॉलिसी के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं आने वाली है। साथ ही, हमने मेडीरक्षा को इस तरह से तैयार किया है कि औसत आय वाला व्यक्ति भी इसे खरीद सकता है। यह समाज के सभी वर्गों के पास हेल्थ बीमा पहुंचाने में मदद करेगी।

आगे आपकी कंपनी की क्या योजना है?

हम ग्रामीण क्षेत्र में साधारण बीमा क्षेत्र में खास तौर पर काम करना चाहते हैं। टाटा एआइजी ट्रैक्टर बीमा में देश की नंबर वन कंपनी बन गई है। आवास बीमा के क्षेत्र में भी हम आगे कुछ खास करना चाहते हैं। लघु व मझोली औद्योगिक इकाइयों के लिए भी हमने कुछ विशेष बीमा पॉलिसियां लांच की हैं। ग्रामीण बाजार में हम अपने नेटवर्क का भी तेजी से विस्तार करेंगे।

एम रविचंद्रन

प्रेसिडेंट (बीमा) टाटा एआइजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड

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