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बीमा को दें प्राथमिकता

हर व्यक्ति अपने ऊपर निर्भर परिवार के सदस्यों के वित्तीय भविष्य के लिए चिंतित रहता है। वह यह चाहता है कि उसके साथ किसी अनहोनी की स्थिति में भी उसका परिवार सामान्य रूप से जीवन यापन कर ले। इस चिंता का हल बहुत ही आसान है, वह है परिवार के कमाऊ सदस्य के लिए पया

By Edited By: Published: Mon, 01 Apr 2013 12:42 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
बीमा को दें प्राथमिकता

नई दिल्ली। हर व्यक्ति अपने ऊपर निर्भर परिवार के सदस्यों के वित्तीय भविष्य के लिए चिंतित रहता है। वह यह चाहता है कि उसके साथ किसी अनहोनी की स्थिति में भी उसका परिवार सामान्य रूप से जीवन यापन कर ले। इस चिंता का हल बहुत ही आसान है, वह है परिवार के कमाऊ सदस्य के लिए पर्याप्त जीवन बीमा कवर। पर्याप्त बीमा कवर होने से उस व्यक्ति के न रहने की स्थिति में भी उसके परिवार को होने वाली संभावित आर्थिक क्षति की भरपाई हो जाती है।

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लेकिन जीवन बीमा खरीदते समय इंश्योरेंस व निवेश दोनों को एक साथ नहीं मिलाना चाहिए। पॉलिसी बाजार डॉट कॉम के सीओओ अवनीश निर्जर कहते हैं कि अपने परिवार के आर्थिक हितों की सुरक्षा के लिए सबसे सही उपाय है विशुद्ध टर्म इंश्योरेंस की खरीद। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काफी सस्ता होता है।

टर्म इंश्योरेंस की खरीद करने में देरी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जैसे-जैसे पॉलिसी के आवेदक की उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे उसका प्रीमियम भी बढ़ता जाता है। ऐसे में जितना जल्दी हो, टर्म इंश्योरेंस खरीद लेना चाहिए। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि प्रीमियम की अदायगी मासिक, तिमाही या छमाही आधार पर करने के बजाय यदि आप सालाना आधार पर करें तो यह आपको सस्ता पड़ेगा।

अपना पैसा डॉट कॉम के सीएफओ बलवंत जैन कहते हैं कि यदि व्यक्ति विशुद्ध टर्म इंश्योरेंस की खरीद ऑनलाइन करता है तो वह उसे और भी सस्ता पड़ेगा। जिन्हें बीमा अपनी जरूरतों की अच्छी समझ नहीं है, वे एजेंट के जरिये ही जीवन बीमा पॉलिसी लें।

बीमा नियामक इरडा की कड़ी नजर के बावजूद बीमा क्षेत्र में मिससेलिंग (गलत सूचना देकर बीमा उत्पाद बेचना) की घटनाओं पर काबू नहीं पाया जा सका है। यदि अप्रैल, 2012 से फरवरी, 2013 के बीच जीवन बीमा क्षेत्र के प्रीमियम संग्रह पर नजर डालें तो इसमें साल-दर-साल के आधार पर तकरीबन छह फीसद की गिरावट आई है। इसका प्रमुख कारण एजेंटों द्वारा बीमा उत्पादों की मिससेलिंग है।

चूंकि हर इंसान की उम्र, परिस्थितियां, जरूरतें एक दूसरे से अलग होती हैं, ऐसे में कितनी राशि का जीवन बीमा लिया जाए, इसका मोटा तरीका यह है कि व्यक्ति को कुल सालाना आय के कम से कम 10 से 12 गुने तक का जीवन बीमा जरूर लेना चाहिए। एक और तरीका है सालाना आय और सालाना खर्च को जोड़ उसके कम से कम सात गुने तक की राशि का बीमा लिया जाना चाहिए।

टर्म इंश्योरेंस योजनाएं:

बीमा योजना बीमा कंपनी सालाना प्रीमियम

ई-प्रोटेक्ट भारती एक्सा लाइफ 4,494 रुपये

आइ-टर्म एगॉन रेलिगेयर लाइफ 4,551 रुपये

आइ-लाइफ अवीवा लाइफ 4,585 रुपये

क्लिक टू प्रोटेक्ट एचडीएफसी लाइफ 6,124 रुपये

(तीस साल के पुरुष के लिए) (बीमा राशि- 50 लाख रुपये, बीमा अवधि- 25 साल)


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