घर खरीदने से पहले लें ऑनलाइन पूरी जानकारी
आप अपने लिए घर खरीदना चाहते हैं। लेकिन कहां खरीदें, कैसे खरीदें, किन बातों का ध्यान रखें ये सब जानकारी देने वाले स्रोत अभी देश के रीयल एस्टेट बाजार से लगभग पूरी तरह गायब हैं। रीयल एस्टेट बाजार में संभावित ग्राहकों के लिए ऐसी सभी सूचनाओं और सेवाओं के बीच
आप अपने लिए घर खरीदना चाहते हैं। लेकिन कहां खरीदें, कैसे खरीदें, किन बातों का ध्यान रखें ये सब जानकारी देने वाले स्रोत अभी देश के रीयल एस्टेट बाजार से लगभग पूरी तरह गायब हैं। रीयल एस्टेट बाजार में संभावित ग्राहकों के लिए ऐसी सभी सूचनाओं व सेवाओं के बीच बहुत बड़ा अंतर है। ज्यादातर ग्राहकों के लिए बेहतर प्रॉपर्टी खरीदना अभी बेहद मुश्किल काम है।
लोगों को अपने बजट को नियंत्रण में रखने, रिसर्च करने और प्रोजेक्ट व उनकी लोकेशन को चुनने के काम में भारी मशक्कत करनी पड़ती है। इस दौर में उनके फैसलों पर असर डालने व स्वार्थ हितों के लिए दबाव डालने वाले बाजार के खिलाड़ियों से भी बचना पड़ता है। ज्यादातर मामलों में ऐसे मध्यस्थों की सूचनाएं भरमाने वाली होती हैं।
रीयल एस्टेट क्षेत्र में काम कर रहे ऑनलाइन पोर्टल भी ग्राहकों के लिए आवश्यक ग्राउंड रिसर्च की जरूरत को उस हद तक पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। प्रॉपर्टी खरीदना मध्यवर्गीय परिवार का पूरे जीवन काल का एक महत्वपूर्ण फैसला होता है। कई बार तो आप अपने जीवन की पूरी कमाई प्रॉपर्टी खरीदने में लगा रहे होते हैं। लेकिन कुछ बातें हैं, जिनमें ऑनलाइन पोर्टल घर खरीदने से पहले आपकी मदद कर सकते हैं।
बाजार का शुरुआती जायजा
ब्रोकर या प्रॉपर्टी की साइट पर सीधे पहुंचने से पहले यह जरूरी है कि आप अपने शहर के आवासीय भूगोल से अच्छी तरह वाकिफ हो लें। इसके लिए जरूरी है कि आप किसी विश्वसनीय ऑनलाइन पोर्टल की मदद से सभी लोकेशन का जायजा लें। इसकी मदद से आप अपने लिए कीमत, पहुंच, वहां के जीवन स्तर आदि की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जरूरत तय करें और प्रोजेक्ट पहचानें
आपको प्रॉपर्टी खरीदने से पहले अपनी जरूरत के हिसाब से एक खाका तैयार कर लेना चाहिए। इससे आप ब्रोकरों व बिल्डरों के बहकावे में आने से बच जाएंगे। भविष्य में आपको कितने स्पेस की आवश्कता होगी, उस हिसाब से आप अपने मकान का आकार तय कर सकते हैं। जहां मकान ले रहे हैं, वहां से आपके ऑफिस व बच्चों के स्कूल की दूरी की स्थिति को समझें। इसके बाद प्रॉपर्टी की कीमत व यदि कर्ज के जरिये खरीद रहे हैं तो उसकी ईएमआइ का हिसाब भी पहले ही लगा लें। यानी आपका बजट एकदम स्पष्ट होना चाहिए। इस आधार पर आप कुछ प्रोजेक्ट्स का चयन करें, उसके बाद ही वहां जाने का विचार करें।
फ्लैट उपलब्धता व डील की जानकारी
जिन प्रोजेक्ट्स का चयन आप कर रहे हैं, वहां प्रॉपर्टी की उपलब्धता की क्या स्थिति है और रीसेल में क्या कीमत चल रही है इसका जायजा भी आप ऑनलाइन पोर्टल की मदद से ले सकते हैं। कुछ ऑनलाइन पोर्टल खुद भी बिल्डरों के साथ अनुबंध के आधार पर डील कराने लगे हैं। ऐसे में आप उनकी मदद भी ले सकते हैं। इसलिए ये सब जानकारी लेने के बाद ही प्रोजेक्ट साइट पर जाकर सौदे के बारे में बातचीत करना उचित होगा।
विवेक अग्रवाल
फाउंडर व सीईओ, डब्लूडब्लूडब्लू.रियलाइजिंग.इन