रिस्क कवर वाली पॉलिसी खरीदें
बाजार में इतनी बीमा कंपनियां हैं कि उनका चयन कैसे करना चाहिए? आम जनता के लिए एक अहम सवाल है कि वह आखिरकार स्वास्थ्य बीमा कंपनी का चयन किस तरह से करे। कुछ तथ्यों की जानकारी लेने से इसका फैसला करना आसान हो जाता है। मसलन, सामान्य स्वास्थ्य बीमा में भी सबसे ज्यादा फायदा
बाजार में इतनी बीमा कंपनियां हैं कि उनका चयन कैसे करना चाहिए?
आम जनता के लिए एक अहम सवाल है कि वह आखिरकार स्वास्थ्य बीमा कंपनी का चयन किस तरह से करे। कुछ तथ्यों की जानकारी लेने से इसका फैसला करना आसान हो जाता है। मसलन, सामान्य स्वास्थ्य बीमा में भी सबसे ज्यादा फायदा (कैशलेस इलाज, क्लेम लेने पर प्रीमियम बढ़ाने से परहेज, जीवन भर नवीकरण की गारंटी आदि) कौन दे रहा है। किस तरह की बीमारी को कवरेज से बाहर रखा गया है। सभी तरह की बीमारी को कवरेज देने की नीति क्या है, आदि। कंपनी की दावे निपटारे की क्या रणनीति है और इस बारे में उसका रिकॉर्ड कैसा है। बीमित व्यक्ति की साल दर साल कवरेज राशि को लेकर कंपनी की क्या रणनीति है, इसका भी आकलन किया जाना चाहिए।
कंपनी के चयन के बाद हेल्थ पॉलिसी लेते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
सबसे पहले तो इस पर ध्यान देना चाहिए कि आपको कितनी कवरेज चाहिए। इसका आकलन करने के लिए अपनी व परिवार के लोगों की स्वास्थ्य स्थिति का सही पता होना चाहिए। दूसरी, वैसी पॉलिसी चुनिए जिसमें खास बीमारियों की चर्चा हो और उन्हें कवरेज न दिया जा रहा हो। साथ ही, वैसी पॉलिसी जो विभिन्न बीमारी के लिए खर्चे की अलग-अलग सीमा तय करती हो, उनसे भी दूर रहना चाहिए। ध्यान रखिए कि कम प्रीमियम हमेशा बेहतर हेल्थ बीमा की गारंटी नहीं होता। प्रीमियम कम हो, लेकिन वक्त पर पॉलिसी आपकी मदद न कर सके तो फिर वह आपके किसी काम की नहीं है। ज्यादा प्रीमियम देकर ज्यादा जोखिम को कवरेज देने में समझदारी है। इसके अलावा आपको ऐसी पॉलिसी खरीदनी चाहिए जो जीवन भर जारी रखने की छूट दे। पॉलिसी के नवीकरण के समय उम्र की कोई सीमा न हो। पॉलिसी की शर्तो को ठीक से समझकर उस पर फैसला करें। हर फॉर्म खुद भरें। कोई सूचना न छिपाएं।
अपोलो म्यूनिख हेल्थ इंश्योरेंस कैसे उत्पाद लांच करने जा रही है?
हमारी कोशिश है कि हम सामान्य हेल्थ बीमा के बजाय समग्र हेल्थ प्रबंधन प्रोग्राम वाले उत्पाद ग्राहकों के लिए पेश करें। हेल्थ बीमा का मतलब बीमार पड़ने पर आर्थिक मदद मुहैया कराना ही नहीं, बल्कि पॉलिसीधारक को स्वस्थ्य जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करना भी होना चाहिए। ऐसा बीमा पहले बीमित व्यक्ति को बेहतर जीवन शैली के लिए प्रोत्साहित करेगा और उसे बीमारी को रोकने में मदद करेगा। हेल्थ बीमा का भविष्य यही है। अभी लोगों को अलग-अलग मांगों के मुताबिक, विभिन्न तरह की पॉलिसी दी जाती है। अपोलो म्यूनिख इस बारे में व्यापक शोध कर रही है। इसके आधार पर पॉलिसियां लांच करने की तैयारी है।
अपोलो म्यूनिख की विकास की क्या योजना है?
हेल्थ बीमा कारोबार में अगले दस वर्षो तक औसतन 20 फीसद की वृद्धि होने की संभावना है। हम उसी हिसाब से अपनी तैयारी कर रहे हैं। चालू वित्त वर्ष में हम खुदरा कारोबार पर ज्यादा ध्यान देंगे। हमारे ग्राहकों की संख्या 50 फीसद की सालाना रफ्तार से बढ़ रही है। पूरे देश में हम सामान तरीके से कारोबार बढ़ाने जा रहे हैं।
(प्रस्तुति: जयप्रकाश रंजन)
एंटनी जैकब
सीईओ, अपोलो म्यूनिख हेल्थ इंश्योरेंस