Move to Jagran APP

फायदेमंद नहीं है कर्जदार बनकर निवेश करना, पढ़िए एक्सपर्ट की राय

किसी ने भी कर्ज को लेकर कभी तारीफ वाले शब्द नहीं कहे हैं। किसी को यह कहते नहीं सुना जा सकता है कि कर्ज फायदेमंद है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 17 Dec 2017 02:28 PM (IST)Updated: Sun, 17 Dec 2017 05:39 PM (IST)
फायदेमंद नहीं है कर्जदार बनकर निवेश करना, पढ़िए एक्सपर्ट की राय

एक ओर कर्ज लेकर काम निपटाना और दूसरी ओर निवेश भी करते रहना, यह एक बेतुकी रणनीति है। ताज्जुब की बात यह है कि यह काम आज की तारीख में बहुत से लोग रहे हैं। जिनके ऊपर कोई कर्ज नहीं है, वे भी अक्सर क्रेडिट कार्ड के जरिये मासिक किस्त यानी ईएमआइ वाली खरीदारी चक्कर में कर्जदार बन रहे हैं। इस तरह का कदम किसी भी हाल में फायदे का सौदा नहीं माना जा सकता है। कोई भी निवेश कर्ज पर लगने वाले ब्याज से ज्यादा रिटर्न नहीं दे सकता। इसलिए अगर आपके पास अतिरिक्त पैसा है, तो सबसे पहले उस पैसे से कर्ज चुकाना चाहिए। निवेश के बारे में सोचना उसके बाद की कड़ी है।

loksabha election banner

फाइनेंस की दुनिया में डेट यानी कर्ज पर सबसे ज्यादा कहावतें बनी हैं। कुछ तो बहुत मजेदार भी हैं, जैसे- ‘कर्ज लेकर घी पीना’, न नौ नगद न तेरह उधार। ये तो हुईं देसी कहावतें। विदेश में भी कुछ इसी तरह की बातें कही जाती हैं। मसलन- ‘आज की तारीख में तीन तरह के लोग होते हैं: पहला, जिनके पास सब कुछ होता है, दूसरा, जिनके पास कुछ नहीं होता और तीसरा, जिन्हें बिना कुछ किए ही बहुत कुछ मिल जाता है। इसी तरह एक कहावत है कि अमीर लोग गरीबों पर शासन करते हैं और कर्जदार देनदार का गुलाम बन जाता है। उपन्यासकार शेक्सपियर ने भी कहा था, ‘न कर्जदार बनना चाहिए, न देनदार, क्योंकि इसमें पैसा डूबने के साथ ही दोस्ती भी खत्म हो जाती है।’

किसी ने भी कर्ज को लेकर कभी तारीफ वाले शब्द नहीं कहे हैं। किसी को यह कहते नहीं सुना जा सकता है कि कर्ज फायदेमंद है। सच तो यह है कि किसी व्यक्ति के लिए कर्ज वित्तीय संकट का सबसे बड़ा इकलौता कारण है। कारोबारियों के लिए भी यह संकट ही है, लेकिन उसकी अलग कहानी है। जिस व्यक्ति के पास बचत यानी सेविंग के नाम पर कुछ भी नहीं है, वह भी किसी कर्जदार इंसान से ज्यादा अच्छी स्थिति में है। कर्ज अपने आप में नकारात्मक बचत (नेगेटिव सेविंग) है। मुझे लगता है कि इस शब्द से ही किसी की वित्तीय सेहत पर कर्ज से पड़ने वाले दुष्प्रभाव को समझा जा सकता है।

इन सब के बीच सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात है कि बड़ी संख्या में लोग कर्ज चढ़े होने के बावजूद निवेश करना भी शुरू कर देते हैं। ऐसे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसा करने वालों में युवाओं की तादाद भी अच्छी-खासी है। जिसके ऊपर कोई कर्ज नहीं है, वह भी आजकल क्रेडिट कार्ड की ईएमआइ के नाम पर कर्जदार बन रहा है। क्या इस बात का कोई मतलब बनता है? बिलकुल भी नहीं। प्रायोगिक रूप से देखा जाए तो ऐसा कोई भी निवेश नहीं है, जो आपको उतना रिटर्न दे सके, जितना किसी लोन पर आपको ब्याज चुकाना पड़ता है। इसलिए सीधे शब्दों में कहें, तो अपवाद की स्थिति को छोड़कर किसी भी सामान्य हालात में आपको तब तक किसी निवेश के बारे में नहीं सोचना चाहिए, जब तक आपके ऊपर कोई कर्ज है। सबसे पहले अपने ऊपर लदे कर्ज से पीछा छुड़ाइए, फिर निवेश के बारे में सोचिए। आजकल तो हालात ऐसे हैं कि बहुत से लोग रिटायर होने के बाद भी मासिक किस्त यानी ईएमआइ पर खरीदारी करते हैं। इसे किसी भी हाल में स्वीकार्य स्थिति नहीं माना जा सकता है।

अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक आलेख प्रकाशित किया था। इसका शीर्षक था- ‘क्या पैसे से खुशी खरीदी जा सकती है।’ इसमें बताया गया कि जितना ज्यादा कर्ज होता है, तनाव भी उतना अधिक। इसकी वजह से घरेलू कलह भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है। कारण और प्रभाव को लेकर अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन सीधी सी बात यही है कि अगर आपके पास कोई भी अतिरिक्त पैसा है, तो सबसे पहले उससे कर्ज चुकाना चाहिए।

निश्चित तौर पर यह बात मिलने वाले और भरे जाने वाले ब्याज की दर पर निर्भर करती है। केवल एक ही ऐसा मामला है जिसमें कर्ज लिया जा सकता है। वह है हाउसिंग लोन। क्योंकि जब आप टैक्स ब्रेक और किराये की राशि को मिलाकर लोन पर दिए जाने वाले असल ब्याज की गणना करते हैं, तो यकीनन यह लोन फायदेमंद दिखाई देता है। किराये के रूप में जाने वाले पैसे को सामान्य स्थिति में आप बचा नहीं सकते, ऐसे में उससे कर्ज चुकता करना फायदे का सौदा बन जाता है। हाउसिंग लोन के अलावा और कोई भी कर्ज लाभकारी नहीं हो सकता। बाकी हर मामले में किसी निवेश के बारे में सोचने से पहले आपको कर्ज की अदायगी पर ही ध्यान देना चाहिए।

(यह लेख धीरेन्द्र कुमार ने लिखा है जो कि वैल्यू रिसर्च के सीईओ हैं।)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.