तेज वृद्धि दर की राह में चुनौतियां, प्रतिकूल परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था

आजादी के अमृत काल में ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बनना और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दो अंकों की वृद्धि दर हासिल करना भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को प्रतिबिंबित करता है परंतु चालू खाता घाटा महंगाई और प्रति व्यक्ति आय इत्यादि के मोर्चे पर कई चुनौतियां बनी हुई हैं।