Budget 2020: हर घर में लगेगा प्रीपेड बिजली मीटर, 3 साल में पूरा होगा काम
प्राकृतिक गैस पाइपलाइन ग्रिड का विस्तार अब 16000 किलोमीटर से 27000 किमी तक किया जाएगा
नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट 2020-21 पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र ने बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए 22,000 करोड़ रुपये के खर्च का प्रस्ताव किया है। अपनी दूसरी बजट में वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने प्रस्ताव दिया है कि DISCOM पारंपरिक मीटरों को स्मार्ट प्री-पेड मीटरों से बदला जाए और उपभोक्ता को बिजली आपूर्तिकर्ता चुनने का विकल्प मिल सके। राज्य सरकारों को तीन साल में पारंपरिक बिजली मीटरों को प्री-पेड स्मार्ट मीटर में बदलना होगा। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि प्राकृतिक गैस पाइपलाइन ग्रिड का विस्तार अब 16,000 किलोमीटर से 27,000 किमी तक किया जाएगा और प्राकृतिक गैस के लिए पारदर्शी मूल्य की खोज के लिए और सुधार किए जाएंगे।
इस योजना के तहत पुराने मीटरों को धीरे-धीरे हटाया जाएगा। प्री पेड मीटरों के जरिए बिजली कंपनी चुनने की आजादी होगी। गौरतलब है कि प्री पेड मीटर के प्लान पर केंद्र सरकार काफी पहले से काम कर रही है। सरकार ने 2022 तक सभी मीटरों को बदलने का लक्ष्य रखा है।
प्रीपेड मीटर क्या है समझिए
इस सुविधा के लिए आपको पेमेंट पहले करनी होगी। सामान्य मीटर में बिजली इस्तेमाल के बाद बिल आता है, लेकिन प्री पेड में पहले रीचार्ज करना होगा फिर बिजली इस्तेमाल कर सकेंगे। जैसे प्री पेड नंबर, डिश टीवी का पहले रीचार्ज करना होता है फिर सुविधा मिलती है, ठीक वैसे ही अब होगा।