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Budget 2019: जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर की मांग, सोने पर आयात शुल्क घटाकर 4 फीसद किया जाए

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल का कहना है कि सोने पर आयात शुल्क बढ़ने से ग्रे मार्केट को बढ़ावा मिला है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Tue, 29 Jan 2019 03:24 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 08:48 AM (IST)
Budget 2019: जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर की मांग, सोने पर आयात शुल्क घटाकर 4 फीसद किया जाए
Budget 2019: जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर की मांग, सोने पर आयात शुल्क घटाकर 4 फीसद किया जाए

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रत्न एवं आभूषण उद्योग ने सोने पर आयात शुल्क को घटाकर 4 फीसद किए जाने की मांग की है। साथ ही उद्योग ने कहा है कि कट एंड पॉलिश डायमंड और कट एंड पॉलिश किए गए रत्न पत्थरों पर इसे 2.5 फीसद कर दिया जाए। इसके साथ ही उद्योग ने आगामी बजट में वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए मानदंडों में ढील दिए जाने की भी मांग की है।

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ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन अनंथ पद्मनाभम ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को लिखे अपने पत्र में कहा है कि चालू खाते के घाटे (सीएडी) पर अंकुश लगाने के लिए सोने पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाया गया था। उन्होंने कहा कि भारतका व्यापार घाटा जून, 2017 में अनुमान से कम होकर 12.96 बिलियन अमेरीकी डॉलर पर आ गया, लेकिन सोने पर आयात शुल्क बढ़ने से ग्रे मार्केट को बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि पैन कार्ड की लिमिट को 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख किया जाना है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश मे पैन कार्ड होल्डर आबादी का 50 फीसद भी नहीं हैं और 2 लाख तक की गोल्ड की खरीद पर इसकी अनिवार्यता विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्लिक बात है, क्योंकि वहां पर ग्राहक या तो इसे साझा करने से बचते हैं या फिर उनके पास पैन है ही नहीं।

इस बीच, जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के चेयरमैन प्रमोद कुमार अग्रवाल सरकार से निवेदन किया है कि आयात शुल्क को घटाया जाना चाहिए और पॉलिश्ड डायमंड के साथ साथ पॉलिश्ड जेम्स्टोन पर भी शुल्क को 7.5 फीसद से घटाकर 2.5 फीसद कर देना चाहिए।


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