Budget 2019: निर्मला सीतारमण किसानों को दे सकती हैं योजनाओं की सौगात
सरकार ने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का वादा भी किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मानसून की चिंता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राजग NDA सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश करने जा रही हैं। लोकसभा चुनाव से पहले पेश किए गए अंतरिम बजट में पीयूष गोयल ने कृषि सेक्टर को राहत दी थी। इस बजट में भी सरकार का कृषि पर खासा जोर रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। सरकार किसानों की हालत को सुधारने के लिए काफी गंभीर नजर आ रही है।
सरकार ने 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का वादा भी किया है। ऐसी खबरें हैं कि सरकार किसानों के डायरेक्ट मार्केटिंग के लिए मोबाइल ऐप सहित कई योजनाओं और कार्यक्रमों पर काम कर रही है। मछलीपालन के लिए कोष बनाने की बात है इसके साथ तकनीक का इस्तेमाल करके खेती-बाड़ी को सुधार के रास्ते पर लाने की योजना है। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटिलिजेंस (एआई) और ब्लॉक सीरीज टेक्नोलॉजी पर भी काम किया जाएगा।
सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ग्रामीण भारत को पांच साल में 25 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हो। ये निवेश सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों ही क्षेत्रों से आए। इसके साथ ही सरकार एक करोड़ हेक्टेयर भूमि को माइक्रो इरिगेशन के तहत लाना चाहती है।
बड़े पैमाने पर योजनाएं, कार्यक्रम, विशेष धन, प्रौद्योगिकी, नवाचार, नए तरीके लाने की योजना है, ताकि इनसे लक्ष्य को हासिल किया जा सके। पिछले साल जुलाई में अपनी रिपोर्ट में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने छूट के खिलाफ चेतावनी दी थी। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कुछ महीने बाद इसी तरह के विचार व्यक्त किए थे। उन्होंने कहा था कि कृषि ऋण माफी कृषि क्षेत्र के संकट का समाधान नहीं है।