Union Budget 2018: गरीबों के घर हो बिजली से रोशन, मोदी सरकार ने सौभाग्य योजना की शुरू
अब सरकार ने आठ करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण में गरीबों पर सबसे ज्यादा जोर नजर आया। इसके लिए वित्त मंत्री ने खुद प्रधानमंत्री का उदाहरण दिया कि कैसे वो गरीबी में पलकर देश के शीर्ष पद तक पहुंचे। इसलिए वो गरीबों की स्थिति के बारे में अच्छे से जानते हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी खुद गरीबों के लिए केस स्टडी हैं, इसलिए ये सरकार गरीबों और मध्यम वर्गों के लिए सबसे ज्यादा काम कर रही है। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा कि उज्जवला योजना के तहत भले ही पांच करोड़ गरीब महिलाओं को घरेलू गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य था। मगर इस योजना को गरीबों ने हाथों-हाथ लिया। इसलिए अब सरकार ने आठ करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। वहीं गरीबों के घर भी बिजली से रोशन हों, इसके लिए मोदी सरकार ने सौभाग्य योजना शुरू की है। इस योजना के तहत चार करोड़ गरीब घरों को मुफ्त बिजली दी जाएगी।
वहीं महिलाओं की अस्मिता को लेकर भी सरकार काफी काम कर रही है। इसलिए वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में अगले वित्तीय वर्ष में दो करोड़ शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक सरकार गांवों में 6 करोड़ शौचालय बना चुकी है। 2022 तक देश में हर गरीब का अपना घर हो, इसके लिए भी सरकार दिन-रात मेहनत कर रही है।
अगले वित्त वर्ष में 51 लाख नए मकान बनाए जाएंगे। वहीं गांवों में आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए 2018-19 के बजट में सरकार ने 14 लाख करोड़ से ज्यादा का प्रावधान किया है।