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जेवर एयरपोर्ट को विकसित करेगी ज्‍यूरिख एयरपोर्ट, अदाणी और DIAL बोली में रह गईं पीछे

दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट के बाद जेवर एयरपोर्ट दिल्‍ली-एनसीआर का तीसरा हवाईअड्डा होगा।

By Manish MishraEdited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 04:01 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 08:19 AM (IST)
जेवर एयरपोर्ट को विकसित करेगी ज्‍यूरिख एयरपोर्ट, अदाणी और DIAL बोली में रह गईं पीछे

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। दिल्‍ली-एनसीआर के तीसरे हवाईअड्डे को विकसित करने के लिए ज्‍यूरिख एयरपोर्ट की बोली को मंजूरी मिली है। जेवर एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए ज्‍यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी. के अलावा अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड, डेल्‍ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) और एंकरेज इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर इन्‍वेस्‍टमेंट्स होल्डिंग्‍स लिमिटेड ने बोली लगाई थी। 

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इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में परियोजना निगरानी एवं कार्यान्वयन समिति (PMIC) की मीटिंग में बुधवार को चार बोलीदाताओं का तकनीकी मूल्यांकन किया गया और कहा गया कि सभी बोलीदाता तकनीकी मानदंडों को पूरा करते हैं।

दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट के बाद जेवर एयरपोर्ट दिल्‍ली-एनसीआर का तीसरा हवाईअड्डा होगा। जेवर एयरपोर्ट 5,000 हेक्‍टेयर में बनेगा और इसकी अनुमानित लागत 29,560 करोड़ रुपये होगी। कहा जा रहा है कि एक बार पूरी तरह तैयार होने के बाद जेवर एयरपोर्ट पर देश में सबसे अधिक छह से आठ रनवे होंगे। 

जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण 1,334 हेक्‍टेयर में फैला होगा और इसमें 4,588 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उम्‍मीद की जा रही है कि पहले चरण का काम 2023 तक पूरा हो जाएगा।


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