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कम उम्र के भारतीय अरबपति, खुद खड़ा किया अपने कारोबार का साम्राज्य

जानिए ऐसे युवा अरबपति हैं जिन्होंने अपनी मेहनत एवं लगन के दम पर एक छोटे से व्यापार को एक बड़े बिजनेस एंपायर में तब्दील कर दिया

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 05:50 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 07:20 AM (IST)
कम उम्र के भारतीय अरबपति, खुद खड़ा किया अपने कारोबार का साम्राज्य
कम उम्र के भारतीय अरबपति, खुद खड़ा किया अपने कारोबार का साम्राज्य

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। कारोबार करना और सपने देखना दो एक ही सिक्के के पहले होते हैं। जो भी व्यक्ति कारोबार करता है फिर वो चाहे छोटा हो या बड़ा अमीर (अरबपति या खरबपति) बनने का सपना जरूर देखता है। हालांकि इन सपनों को उड़ान देने के लिए कड़ी मेहनत छिपी होती है। वहीं अगर आपको बिजनेस की गूढ़ कला आती है तो आप अपने सपने को जल्द हकीकत में बदल सकते हैं। भारत में भी कई ऐसे युवा अरबपति हैं जिन्होंने अपनी मेहनत एवं लगन के दम पर एक छोटे से व्यापार को एक बड़े बिजनेस एंपायर में तब्दील कर दिया। हम अपनी इस खबर में आपको ऐसे ही युवा अरबपतियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

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आचार्य बालकृष्ण: 45 वर्षीय आचार्य बालकृष्णा पतंजलि आयुर्वेद के सह संस्थापक हैं। उन्होंने वर्ष 2006 में योग गुरु बाबा रामदेव के साथ इसे स्थापित किया था। अप्रैल 2018 तक के आंकड़ों के मुताबिक आचार्य की कुल संपत्ति 6.4 बिलियन डॉलर रही है। वह वो कंपनी के 98.6 फीसद हिस्से का स्वामित्व रखते हैं। उनकी कंपनी एफएमसीजी, हर्बल और आयुर्वेद उत्पादों का निर्माण करती है।

शिकागो के सबसे अमीर व्यक्ति और उनकी पार्टनर: भारतीय मूल के अमेरिकी ऋषि शाह और उनकी बिजनेस पार्टनर श्रद्धा अग्रवाल दोनों 32 वर्षीय हैं। ये दोनों अरबपति व्यक्तियों की सूची में पिछले वर्ष शामिल हुए थे। फरवरी 2018 के आंकड़ों के हिसाब से शाह की कुल संपत्ति 3.9 बिलियन डॉलर है जबकि श्रद्धा की 1.1 बिलियन डॉलर रही है। इन्होंने शिकागो में वर्ष 2006 में आउटकम हेल्थ की स्थापना की थी। यह आज 5 बिलियन डॉलर की कंपनी है। यह दुनिया का सबसे बड़ा एक्शनेबल हेल्थ इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म बना रहा है। कंपनी की उपस्थिति अमेरिका के करीब 20 फीसद डॉक्टर्स के ऑफिसेज में है।

इंडिया बुल्स के फाउंडर और चेयरमैन: 44 वर्षीय समीर गहलोत इंडिया बुल्स के फाउंडर और चेयरमैन हैं। कंपनी का हेडक्वाटर गुरुग्राम में है। इसकी स्थापना वर्ष 2000 में हुई है। इसका बिजनेस रियल एस्टेट, हाउसिंग फाइनेंस और कंज्यूमर फाइनेंस में है। गहलोत आईआईटी दिल्ली से पढ़े हुए हैं। वर्ष 2008 में वो यंगस्ट सेल्फ मेड बिलिनायर की सूची में अपनी जगह बना चुके हैं। 25 अप्रैल 2018 तक उनकी कुल संपत्ति 3.7 बिलियन डॉलर रही है। गहलोत भारत के शीर्ष 50 अरबपति व्यक्तियों में से एक हैं।

पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा: पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा 40 वर्ष के एक सफल भारतीय उद्यमी है जिन्होंने अरबपति व्यक्तियों की सूची में अपनी अहम जगह बनाई है। वर्ष 2011 में उन्होंने वन97 कम्युनिकेशन्स की स्थापना की थी जो कि पेटीएम की पेरेंट कंपनी है। अप्रैल 2018 तक 39 वर्षीय शर्मा की कुल संपत्ति 1.73 बिलियन डॉलर रही है। शर्मा पेटीएम कंपनी की 16 फीसद हिस्सेदारी रखते हैं। पेटीएम की वैल्यू 10 बिलियन डॉलर है।

दिव्यांक तुराखिया: दिव्यांक तुराखिया 36 वर्षीय भारतीय मूल के अरबपति हैं। सितंबर 2017 तक इनकी कुल संपत्ति 1.7 बिलियन डॉलर रही है। यह डारेक्टी वेब प्रोडक्ट्स कंपनी में और वैश्विक विज्ञापनकर्ता तकनीकी कंपनी मेडिया डॉट नेट के सह संस्थापक रहे हैं। वर्ष 2017 में दिव्यांक ने फोर्ब्स की भारत शीर्ष 100 अमीर लोगों की सूची में और हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में जगह बनाई थी।


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