कोरोनोवायरस का असर: मार्च में विश्व खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट
वनस्पति तेल के मूल्य सूचकांक में 12% की गिरावट दर्ज की गई है।
नई दिल्ली, रायटर। संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि मार्च में विश्व खाद्य कीमतों में तेजी से गिरावट आई है। गिरावट की वजह कोरोनोवायरस महामारी के कारण मांग में कमी आई है और दुनिया भर में तेल की कीमतें कम होने की वजह से यह गिरावट देखी गई है। अनाज, तिलहन, डेयरी उत्पाद, मांस और चीनी को महीने के आधार पर मापने वाले खाद्य और कृषि संगठन (FAO) खाद्य मूल्य सूचकांक के मुताबिक, मार्च में यह 172.2 अंक था, जबकि फरवरी में इसमें 4.3% की कमी देखी गई।
एफएओ के वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने कहा कि कीमतों में गिरावट काफी हद तक मांग कारकों की वजह से है, आपूर्ति नहीं होने से और मांग के कारक कभी-कभी अधिक खराब होते हैं। FAO ने अपने पूर्वानुमान को थोड़ा बढ़ाते हुए बताया कि 2019 में फसल 2.721 अरब टन रहा, जो कि पिछले पूर्वानुमान के 2.719 अरब टन से अधिक है, साथ ही इसमें वर्ष 2018 की तुलना में 4 फीसद की वृद्धि हुई है।
FAO के चीनी मूल्य सूचकांक में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जो पिछले महीने से 19.1% कम थी। रोम स्थित एजेंसी ने कहा कि कई देशों में वायरस की वजह से लॉकडाउन से जुड़ी खपत में कमी और कच्चे तेल की कीमतों में हालिया गिरावट के कारण इथेनॉल उत्पादकों की कम मांग के कारण यह गिरावट आई है। वनस्पति तेल के मूल्य सूचकांक में 12% की गिरावट दर्ज की गई है।
डेयरी मूल्य सूचकांक में 3% की गिरावट दर्ज की गई, जबकि मांस सूचकांक में 0.6% की गिरावट आई है।